चंडीगढ़,अलख हरियाणा डॉट कॉम || हरियाणा के पूर्व मुख़्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने करनाल हिंसा की जांच के लिए गठित आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वह सरकार की बात न माने क्योंकि सरकार तो किसानों को पहले ही दोषी बता चुकी है। वे गुरूवार को चंडीगढ़ आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।इस दौरान उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस विधानसभा में इकलौता विपक्षीदल है। बाकी दल या तो सरकार में शामिल हैं या उनका कोई विधायक ही नहीं है।
ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है हम सदन से लेकर सड़क तक जनता की आवाज़ को उठाएं। उन्होंने कहा की हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार के 2 वर्ष होने पर हम प्रतिपक्ष होने के नाते ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम के तहत जनता के बीच जाएंगे। यह कार्यक्रम 10 अक्टूबर को करनाल से शुरू होगा, क्योंकि अक्टूबर में गठबंधन सरकार के 2 साल पूरे हो रहे हैं। करनाल से शुरू करके पूरे प्रदेश में यह कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उदेश्य जनता से सीधा संवाद करना है। इस कार्यक्रम के तहत जनता के दुख-दर्द को सुनेंगे और उसकी आवाज को सदन से सड़क तक बुलंद करेंगे। हम सरकार को चुनावी वादे पूरे करने के लिए मजबूर कर देंगे।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विपक्ष ने चुनावी वादे पूरे करने के लिए सरकार को 2 वर्ष का समय दिया, लेकिन अब उसे और मोहलत नहीं दी जा सकती। उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोला कि जनता और किसानो का बुरा हाल है। किसान खेत और मंडी दोनों जगह लुट रहा है।अबकी बार धान 1581 रुपये बिका है जबकि उसका एमएसपी 1980 रुपये है। फसलों जैसे कपास , मूंग , ज्वार बाजरा को भी भारी नुक्सान हुआ है। उनहोंने कहा कि कांग्रेस ने मार्केट फीस हटा दी थी लेकिन सरकार ने फिर से मार्केट फीस लगा दी है।
नेता प्रतिपक्ष ने दिनों दिन बढ़ती महंगाई पर भी सरकार को घेरा। उनहोंने कहा कि पेट्रो पदार्थों में बेतहाशा वृद्धि ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी ने सारा बजट बिगाड़ कर रख दिया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध भी बढे हैं। उन्होने हरियाणा और पंजाब के क्राइम ग्राफ की तुलना करते हुए हरियाणा की मनोहर सरकार को आइना दिखने की कोशिश की।पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन के सवाल के हुड्डा ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि यूँ तो सियासत में होता रहता है।