चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में रेखी फाउंडेशन फॉर हैप्पीनेस के सहयोग से हैप्पीनेस सेंटर बनाया गया है, इस हैप्पीनेस सेंटर में विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी व आमजन खुश रहने के तौर तरीके सीख सकेंगे और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना भी सरलता से कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में स्थापित किए गए रेखी आनंद विज्ञान उत्कृष्टता केंद्र के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विद्यार्थियों को सेंटर के माध्यम से खुशी विज्ञान पढ़ाई जाएगी, जिसके माध्यम से तकनीकी दौर में तनाव मुक्त होकर युवा खुश मन से अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए कार्य कर सफलता हासिल करेंगे। उहोंने इस सेंटर की स्थापना के लिए कुलपति प्रो सोमनाथ सचदेवा, रेखी फांउडेशन के प्रतिनिधि डॉ. किरणजोत सिंह व डॉ. प्रभलीन सिंह सहित इस सेंटर की स्थापना में सहयोग देने वाली उनकी पूरी टीम को बधाई दी।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच तथा राज्यपाल एवं कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय के कुशल नेतृत्व में यह केन्द्र स्थापित किया गया है। इस केन्द्र के माध्यम से शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मचारी और विद्यार्थियों को मानसिक तनाव से बाहर निकलने, कार्य के दबाव को कम करने, पढ़ाई के साथ-साथ अन्य विषम परिस्थितियों से बाहर निकलने व उनको खुशी-खुशी सुलझाने के तौर तरीके सिखाए जाएंगे ताकि वे एक बेहतर जीवन जीने के साथ राष्ट्र निर्माण में अहम भागीदारी कर सकें।
मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो रोहतास सिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशन में हैप्पीनेस सेंटर को मनोविज्ञान विभाग में बनाया गया है। उन्होंने बताया कि रेखी फाउंडेशन फॉर हैप्पीनेस 2016 में डॉ. सतिंद्र सिंह रेखी और उनकी पत्नी हरप्रीत रेखी द्वारा अमेरिका में शुरू किया गया था, जिसका लक्ष्य विभिन्न विश्वविद्यालयों में हैप्पीनेस सेंटर को स्थापित करना है। सेंटर का उद्देश्य विद्यार्थियों, शिक्षकों से लेकर सभी लोगों के जीवन में व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक जीवन में सुधार करना है ।
इस अवसर पर राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह, जिला उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया, कुलसचिव प्रो संजीव शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. एआर चौधरी, डॉ. किरणजोत सिंह, डॉ. प्रभलीन सिंह, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. रोहतास सिंह, प्रो. हरदीप लाल जोशी, प्रो. अनिल गुप्ता, डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. राजरतन, डॉ. आशू धवन, डॉ. आबिद अली, ओएसडी पवन रोहिल्ला, डॉ. जितेन्द्र जांगडा, एक्सईन पंकज शर्मा सहित शिक्षक मौजूद थे।