चंडीगढ़ (अलख हरियाणा ब्यूरो):
हरियाणा में निकाय चुनावों और बजट सत्र के समाप्त होने के बाद अब सरकार की ओर से प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर बड़े बदलाव की तैयारी दिख रही है। भाजपा सरकार, जो कि नायब सैनी के नेतृत्व में करीब छह महीने पहले बनी थी, अब अपने कोर संगठन और प्रशासनिक तंत्र को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सरकार जल्द ही बोर्ड और निगमों के चेयरमैन तथा मार्केट कमेटियों के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन की नियुक्तियां कर सकती है। लंबे समय से इन राजनीतिक पदों पर नियुक्तियां लंबित हैं, जिससे भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं में असंतोष की भावना बनी हुई थी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सत्ता में आने के बाद किसी भी दल के कार्यकर्ताओं को सरकार में प्रतिनिधित्व की उम्मीद होती है। भाजपा में भी कार्यकर्ता अब सरकार में स्थान पाने की ओर देख रहे हैं।
🏛️ अफसरशाही में भारी बदलाव के संकेत
सिर्फ राजनीतिक नियुक्तियां ही नहीं, बल्कि अफसरशाही में भी बड़े पैमाने पर तबादलों की संभावना जताई जा रही है। लंबे समय से कई आईएएस, आईपीएस, एचसीएस और एचपीएस अधिकारियों के तबादले नहीं हुए हैं। अब ऐसी सूची जल्द सामने आ सकती है जिसमें कई जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक बदले जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री नायब सैनी का प्रशासनिक रवैया भी बेहद सख्त माना जा रहा है। बीते कुछ महीनों में उन्होंने कई लापरवाह और भ्रष्ट अधिकारियों को चार्जशीट किया, निलंबित किया और उन पर जुर्माने लगाए हैं। यह भी संकेत है कि आने वाले बदलावों में ईमानदार और कर्मठ अधिकारियों को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
🏢 सीएम सचिवालय में भी हो सकते हैं बदलाव
सीएम ऑफिस में भी नई नियुक्तियों और फेरबदल की संभावना है। वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय में करीब आधा दर्जन ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) हैं। चर्चा है कि यहां एक या दो नए ओएसडी जोड़े जा सकते हैं। साथ ही मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव, अतिरिक्त प्रधान सचिव और उप-प्रधान सचिव जैसे पदों पर भी कुछ बदलाव हो सकते हैं।
विधानसभा चुनावों के छह महीने बाद अब सरकार ‘रिलैक्स मोड’ में है और कार्यों को पुनर्गठित करने की दिशा में अग्रसर दिख रही है। फरवरी-मार्च में हुए निकाय चुनावों और बजट सत्र के बाद अब इन फैसलों की घड़ी आ गई है।