Javed Akhtar:जावेद अख्तर के चुनिंदा शेर , जिनमें छुपा है प्यार ,दर्द ,खुशी ,गम
प्रसिद्ध गीतकार
गीतकार जावेद अख्तर अपनी शेरों-शायरी के लिए प्रसिद्ध हैं. उन्हें पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार मिल चुका है.
चलिए आज आपको जावेद अख्तर के मशहूर शेर सुनाते हैं -
1.कभी जो ख़्वाब था वो पा लिया है मगर जो खो गई वो चीज़ क्या थी
2.जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता
3.तब हम दोनों वक़्त चुरा कर लाते थे अब मिलते हैं जब भी फ़ुर्सत होती है
4.डर हम को भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा
5.ऊँची इमारतों से मकाँ मेरा घिर गया कुछ लोग मेरे हिस्से का सूरज भी खा गए
6.तुम ये कहते हो कि मैं ग़ैर हूँ फिर भी शायद निकल आए कोई पहचान ज़रा देख तो लो
7 .हम तो बचपन में भी अकेले थे
सिर्फ़ दिल की गली में खेले थे
8.हम तो बचपन में भी अकेले थे
सिर्फ़ दिल की गली में खेले थे