सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज संसद परिसर में किसानों की मांगों को लेकर हरियाणा के कांग्रेस सांसदों के साथ प्रदर्शन किया। “किसानों से बात करो” और “MSP गारंटी दो” जैसी तख्तियों के साथ उन्होंने सरकार से वायदे पूरे करने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने MSP को कानूनी गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन अब तक उसे लागू नहीं किया गया। किसानों की लगातार उपेक्षा के चलते उन्हें फिर से आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है।
हुड्डा ने कहा कि सरकार को तुरंत किसानों से बातचीत करनी चाहिए और उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए। हरियाणा के सांसद जय प्रकाश जेपी, पं. सतपाल ब्रह्मचारी, और वरुण चौधरी भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
किसानों के साथ वादाखिलाफी का आरोप:
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसान सरकार के रवैये से आहत और नाराज हैं। 9 दिसंबर 2021 को किसान संगठनों और सरकार के बीच जो समझौता हुआ था, वह अब तक अधूरा है। आंदोलन के दौरान शहीद हुए 750 किसानों के परिवारों को मुआवजा नहीं मिला और लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने वाले आरोपी मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
हुड्डा ने सरकार पर एमएसपी गारंटी के मुद्दे पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा बनाई गई समिति में एमएसपी की कानूनी गारंटी का कोई जिक्र नहीं है। समिति में ऐसे लोग शामिल किए गए हैं, जो पहले विवादित कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके हैं।
एमएसपी किसानों का अधिकार:
सांसद हुड्डा ने कहा कि किसानों ने एक साल से अधिक समय तक आंदोलन सिर्फ एमएसपी की गारंटी के लिए किया। सरकार के दावों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में 24 फसलों पर एमएसपी देने का दावा झूठा है, क्योंकि राज्य में इतनी फसलें होती ही नहीं। उन्होंने सरकार से किसानों के साथ वादाखिलाफी बंद करने और उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की अपील की।