हिसार में बिजली निगम के जूनियर इंजीनियर (JE) द्वारा दर्ज कराई गई 5.10 लाख रुपए की लूट की शिकायत का सच पुलिस ने महज 8 दिन में उजागर कर दिया। जांच में सामने आया कि पूरी वारदात असली नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी, जिसे खुद JE ने अपने ममेरे भाई और उसके दोस्तों के साथ मिलकर अंजाम दिया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
सीआईए थाना पुलिस ने सातरोड खुर्द निवासी रोहित, वीर उर्फ भरता और अक्षय उर्फ टिंडा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि JE राहुल ही इस नकली लूट का मास्टरमाइंड था। उसने बैंक से रुपए निकालकर तय जगह पर अपने ममेरे भाई वीर और उसके दोस्तों को सौंप दिए थे। इसके बाद बैग छीनने का नाटक कर पुलिस को गुमराह किया गया।
18 अगस्त को दर्ज कराई थी शिकायत
राहुल ने HTM थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह जिंदल चौक स्थित HDFC बैंक से 5.10 लाख कैश निकालकर स्कूटी से घर जा रहा था। तभी बाइक सवार तीन युवक आए और उसका बैग छीनकर फरार हो गए।
तकनीकी जांच और गुप्त सूचना से खुला राज़
जांच अधिकारी SI नेहरा सिंह के मुताबिक, तकनीकी जांच और गुप्त सूचना के आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया। पूछताछ में साफ हुआ कि यह लूट असली नहीं बल्कि लोन चुकाने से बचने के लिए रची गई साजिश थी।
नकदी और बाइक बरामद
पुलिस ने आरोपियों से पूरी रकम व वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली है। तीनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
Hisar robbery case, Hisar fake loot, JE robbery drama, Hisar police news, Hisar JE arrested, HDFC bank Hisar loot, Haryana crime news, Hisar loan fraud, JE staged robbery, Hisar latest news, Alakh Haryana