हरियाणा के भिवानी जिले में दो भाइयों ने पुलिस की मौजूदगी में आत्मदाह करने की कोशिश की। सोमवार को लोहारू में नायब तहसीलदार के नेतृत्व में एक टीम हाईकोर्ट के आदेशानुसार जमीन से कब्जा हटाने पहुंची थी। इसी दौरान दोनों भाइयों ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।
घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें दोनों भाई आग लगने के बाद भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया और पुलिस ने उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को रोहतक PGI रेफर कर दिया गया।
घटना स्थल पर प्रशासन की प्रतिक्रिया
सूचना मिलते ही SP नीतीश अग्रवाल सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई हाईकोर्ट के निर्देश पर की गई थी। झुलसे हुए व्यक्तियों के परिवार का दावा है कि उन्हें पूर्व में कोई नोटिस नहीं दिया गया था। प्रशासन ने इस आरोप की जांच करने का आश्वासन दिया है।
घटना के महत्वपूर्ण दृश्य
- आत्मदाह के बाद एक व्यक्ति पास की पानी की टंकी में कूद गया।
- महिलाओं ने बाल्टी से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया।
- एक महिला ने झुलसे हुए व्यक्ति को गीले कपड़े से ढककर राहत पहुंचाई।
16 साल पुराना भूमि विवाद
यह विवाद लोहारू में स्टेडियम से सटी 7 एकड़ जमीन को लेकर पिछले 16 वर्षों से चला आ रहा है। एक पक्ष में धर्मबीर, अशोक और सतबीर हैं, जबकि दूसरे पक्ष में इंद्रावती का दावा है। इस मामले की सुनवाई 27 जुलाई 2009 से पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चल रही है, जिसमें कोर्ट ने इंद्रावती के पक्ष में निर्णय सुनाया था।
सोमवार को कोर्ट के आदेशानुसार ड्यूटी मजिस्ट्रेट शेखर नरवाल और नायब तहसीलदार पुलिस बल के साथ कब्जा हटाने पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में कब्जाधारी पक्ष के लोग, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, विरोध में खड़े हो गए। इसी बीच सतबीर और अशोक ने विरोधस्वरूप खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। एक भाई पानी की टंकी में कूद गया, जबकि दूसरे की आग महिलाओं ने कपड़े और मिट्टी डालकर बुझाई।
परिवार के आरोप और प्रशासन की सफाई
कब्जाधारी पक्ष के धर्मबीर का कहना है कि प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के कब्जा हटाने की कार्रवाई की। परिवार का आरोप है कि इस मामले की अगली सुनवाई 8 अप्रैल को होनी थी और सतबीर (42) के 6 बच्चे हैं, जिनमें 7 अप्रैल को उसकी तीन बेटियों की शादी तय है। अशोक (30) भी शादीशुदा है और दोनों भाई मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
प्रशासनिक पक्ष
SDM मनोज दलाल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर नायब तहसीलदार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था और कब्जा हटाने की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही थी। दुर्भाग्यवश, जैसे ही टीम पहुंची, दो लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया। दोनों को तुरंत उपचार के लिए भिवानी रेफर कर दिया गया।
शांति बनाए रखने की अपील
घटना के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। SDM ने कहा कि संबंधित पक्षों से बातचीत कर उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उनके साथ कोई अन्याय नहीं होगा। कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई की जाएगी और भाईचारे को बनाए रखना आवश्यक है।
परिवार द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, प्रशासन ने कहा है कि 7 अप्रैल को होने वाली शादी को देखते हुए तब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी। संबंधित पक्षों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ ऑफिस में उपस्थित होने के लिए भी कहा गया है