🔒 पर्यावरण सुरक्षा के लिए बड़ा कदम
हरियाणा के भिवानी जिले में जिला प्रशासन ने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया है। यह निर्णय वायु और ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा जन-स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से लिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि अब किसी भी प्रकार के पटाखों की बिक्री, भंडारण और उपयोग पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
👮♂️ नियम तोड़ने पर होगी कड़ी कानूनी कार्रवाई
प्रशासन ने साफ किया है कि प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध Explosives Act की धारा 9B और 10 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अंतर्गत जुर्माने के साथ-साथ कारावास का प्रावधान भी शामिल है। यह कदम न केवल पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने के लिए है, बल्कि जनता के स्वास्थ्य को भी केंद्र में रखकर उठाया गया है।
🛡️ जिला और ब्लॉक स्तर पर विशेष प्रवर्तन टीमें गठित
पटाखों पर प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रशासन ने बहु-विभागीय विशेष प्रवर्तन टीमें गठित की हैं। इन टीमों में पुलिस, अग्निशमन विभाग, नगर परिषद, शिक्षा विभाग, उद्योग और खनन विभाग के साथ-साथ हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) के अधिकारी शामिल हैं।
इन टीमों का कार्य:
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अवैध पटाखों की तत्काल जब्ती
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नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई
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जब्त पटाखों का नियमानुसार निस्तारण
📣 जागरूकता भी साथ-साथ
प्रशासन केवल दंडात्मक दृष्टिकोण नहीं अपना रहा, बल्कि जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से लोगों को पटाखों से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा रहा है, जिनमें शामिल हैं:
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पोस्टर, पैम्फलेट, समाचार पत्र, रेडियो, सोशल मीडिया के माध्यम
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स्कूलों और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) की भागीदारी
📞 शिकायत के लिए विशेष तंत्र
नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु प्रशासन ने शिकायत निवारण तंत्र भी विकसित किया है। यदि कोई अवैध रूप से पटाखों का उपयोग करता है या बेचता है, तो नागरिक नीचे दिए गए माध्यमों से शिकायत कर सकते हैं:
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WhatsApp: 8506965031, 9050437667
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Email: hspcbrocd@gmail.com
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Twitter: @HSPCBCD_GRAP
प्रत्येक शिकायत को 24 घंटे में संज्ञान में लिया जाएगा और 48 घंटे के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट संबंधित समिति को सौंपी जाएगी।
🌱 एक स्वच्छ और स्वस्थ भविष्य की ओर
प्रशासन का यह सख्त निर्णय साफ दर्शाता है कि वह पर्यावरणीय संरक्षण और जन-स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। पटाखों से निकलने वाला धुआं न केवल वायु गुणवत्ता को बिगाड़ता है, बल्कि यह श्वसन, हृदय और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए यह प्रतिबंध अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।