रोहतक। रोहतक में छठ पूजा हेतु जा रहे यात्रियों से रेलवे स्टेशन से दबंगों द्वारा टिकट छीन ने का मामला सामने आया है। दरअसल छठ पूजा के त्यौहार पर सभी को अपने घर जाने कि जल्दी होती है । इसके लिए कुछ यात्रियों ने तीन महीने पहले ही अपनी टिकट बुक करा ली तो कुछ तत्काल करवाकर घर पहुंच चुके है। फिलहाल ट्रेनों में 120 से 140 तक वेटिंग चल रही है। जिनका टिकट कंफर्म नहीं हो रहा है वह तत्काल के सहारे अपने घर पहुंच रहे है। लेकिन कुछ को तत्काल में भी न मिलने से उन्हें मायूस होकर लोटना पड़ रहा है।
इसी के तहत छठ पूजा पर टिकटों की मारामारी को लेकर रेलवे विजिलेंस की टीम ने वीरवार को झज्जर व रोहतक के आरक्षण केंद्रों को साढ़े चार घंटे तक खंगाला। वहीं, आरक्षण केंद्र से ड्यूटी रोस्टर से संबंधित कागजात की भी जांच की गई, टीम अपने साथ जांच के लिए रोस्टर से संंबंधित कागज भी साथ लेकर गई है। झज्जर आरक्षण केंद्र से बार-बार तत्काल टिकट छीनने और यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत पर विजिलेंस की टीम यात्रियों से बातचीत करने और जांच के लिए पहुंची थी।
जनरल रेलवे पुलिस व रेलवे पुलिस फोर्स को स्टेशन पर विजिलेंस के आने की सूचना तक नहीं है। विजिलेंस की टीम द्वारा उनको किसी मामले में अभी तक शामिल तक नहीं किया गया है। जांच के बाद अगर कुछ मिलता है तो जीआरपी व आरपीएफ की मदद भी ली जा सकती है। विजिलेंस की टीम जाने के बाद से स्टेशन पर अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक सतर्क नजर आ रहे है। हालांकि कुछ अधिकारियों से इसके बारे पूछताछ की तो किसी ने कुछ जवाब नहीं दिया है।
कन्हैया ने सुनाई आपबीती
बिहार के जमालपुर निवासी यात्री कन्हैया ने बताया कि वह झज्जर में मजदूरी का काम करता है। वह छठ पूजा पर घर जाने के लिए आरक्षण केंद्र पर पिछले दो दिन से रात के समय खड़ा रहा। सुबह के समय तत्काल में उसे टिकट मिली तो एक रेलवे के अधिकारी ने वह टिकट हाथ से छीन ली। टिकट वापस करने के लिए बोला तो उसने टिकट नहीं दी। कन्हैया ने फिर से उस इंसान से टिकट मांगने की कोशिश की तो वह थप्पड़ मारकर वहां से भागने की बात कहने लगा। कन्हैया ने बताया कि उनसे 5300 रुपये की पूरे परिवार की टिकट करवाई थी।
अंदाज शर्मा ने बताया –
झज्जर की सैनिक कॉलोनी के रहने वाले अंदाज शर्मा ने कहा कि वह इंडियन नेवी में कार्यरत है, मुंबई जाने के लिए रातभर से तत्काल टिकट के लिए लाइन में लगा था। लेकिन जैसे ही टिकट ली तो एक अधिकारी ने हाथ से छीन ली। उससे वापस मांगी तो उसने मारपीट करने की कोशिश करते हुए दुर्व्यवहार भी किया। बार बार टिकट मांगने पर भी उसने टिकट नहीं दी। जिससे वह मुंबई नहीं जा पाया।
छठ पूजा पर प्रवासियों को घर जाने के लिए तत्काल में टिकट करवानी पड़ रही है। तत्काल के लिए उन्हें पूरी रात तक आरक्षण केंद्र के बाहर खड़ा रहना पड़ता है। लेकिन जैसे ही तत्काल में उन्हें टिकट मिलती है तो कोई न कोई रेलवे का अधिकारी बनकर उनसे टिकट ले लेता है, बाद में वापस न कर वहां से फरार हो जाता है। इस तरह की घटनाएं ज्यादा घटने से यात्रियों ने इसकी शिकायत की तो विजिलेंस की टीम ने आरक्षण केंद्रों पर जांच की।
रेलवे स्टेशन के वाणिज्यिक प्रबंधन निरीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि विजिलेंस की टीम के दो सदस्य रोहतक आरक्षण केंद्र पर पहुंचे थे। उन्होंने ड्यूटी रोस्टर से संबंधित कागजों की जांच की है। वहीं झज्जर में यात्रियों के साथ तत्काल में टिकटों को लेकर मिल रही शिकायतों की भी जांच की है। कुछ यात्रियों की टिकट लेकर भी टीम अपने साथ गई है ताकि ठीक से जांच की जा सकें।