भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) द्वारा सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सूरजमुखी के बीज खरीदने की मांग को लेकर कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करने के कुछ दिनों बाद खट्टर ने यह टिप्पणी की है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था और पानी की बौछार की थी। बाद में, भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के नौ नेताओं, जिनमें इसके प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी भी शामिल थे, को विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
खट्टर ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायक राम करण काला पर भी कटाक्ष किया और कहा कि उन्हें अभी तक इस्तीफा नहीं मिला है।
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शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक ने कहा था कि वह सूरजमुखी के बीजों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर कुछ दिन पहले एक राजमार्ग को अवरुद्ध करने वाले किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में हरियाणा शुगरफेड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे।
जजपा का राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन है। गठबंधन में मतभेद के संकेतों पर खट्टर ने कहा कि गठबंधन जारी है और आगे भी बना रहेगा, कोई समस्या नहीं है।
 
              
Haryana, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन किसान संघों पर शनिवार को निशाना साधा जो कथित रूप से ‘‘राजनीति करते हैं’’ और कृषक समुदाय से आग्रह किया कि वे उन लोगों के बहकावे में नहीं आएं जो उन्हें गुमराह करने की कोशिश करते हैं।