Clone, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने देश में पहली बार हरियाणा के करनाल में गिर गाय का सफलतापूर्वक ‘क्लोन’ तैयार किया है।
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) ने अपने बयान में कहा कि गिर नस्ल की मादा बछिया गंगा का जन्म 16 मार्च को हुआ था। 32 किलोग्राम वजनी बछिया का स्वास्थ्य ठीक है और वह बड़ी हो रही है।
बयान में कहा गया है कि गिर, साहीवाल, थारपारकर और रेड सिंधी जैसी देशी गायों की नस्लें दूध उत्पादन और भारतीय डेयरी उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
उन्होंने कहा, स्वदेशी गायों की कम उत्पादकता टिकाऊ डेयरी उत्पादन में एक बड़ी बाधा बनी हुई है, हालांकि, भारतीय परिस्थितियों में उनकी बेहतर अनुकूलता को देखते हुए इन नस्लों को बेहतर बनाने और संरक्षण की आवश्यकता है।
Clone, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने देश में पहली बार हरियाणा के करनाल में गिर गाय का सफलतापूर्वक ‘क्लोन’ तैयार किया है।
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) ने अपने बयान में कहा कि गिर नस्ल की मादा बछिया गंगा का जन्म 16 मार्च को हुआ था। 32 किलोग्राम वजनी बछिया का स्वास्थ्य ठीक है और वह बड़ी हो रही है।
बयान में कहा गया है कि गिर, साहीवाल, थारपारकर और रेड सिंधी जैसी देशी गायों की नस्लें दूध उत्पादन और भारतीय डेयरी उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
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उन्होंने कहा, स्वदेशी गायों की कम उत्पादकता टिकाऊ डेयरी उत्पादन में एक बड़ी बाधा बनी हुई है, हालांकि, भारतीय परिस्थितियों में उनकी बेहतर अनुकूलता को देखते हुए इन नस्लों को बेहतर बनाने और संरक्षण की आवश्यकता है।