चंडीगढ़, 25 मई।
हरियाणा की राजनीति एक बार फिर उच्च शिक्षण संस्थानों में नियुक्तियों और नामकरण को लेकर गरमा गई है। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने सिरसा स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू) के कार्यकारी कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई पर गंभीर आरोप लगाते हुए राज्यपाल से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
दिग्विजय का आरोप है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से नियुक्त कर्मचारियों को हटाकर वीसी अपने खास लोगों को नियुक्त कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि दो महिला हॉस्टल वार्डनों को बिना किसी कारण हटाया गया, जबकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइनों के अनुसार, जब तक स्थायी नियुक्ति न हो, तब तक कार्यरत कर्मचारियों को हटाया नहीं जा सकता।
दिग्विजय ने सीडीएलयू की स्थापना को पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के सपने से जोड़ते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में सही दिशा देने के लिए बनाया गया था, लेकिन आज उसके मूल्यों के साथ समझौता हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल से मिलकर कार्यकारी कुलपति को पद से हटाने की मांग करेंगे, साथ ही गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के वीसी पद से भी हटाए जाने की मांग करेंगे।
नामकरण विवाद: बादल बनाम सावरकर
सीडीएलयू में स्टूडेंट एक्टिविटी हॉल का नाम बदले जाने पर भी विवाद खड़ा हो गया है। दिग्विजय ने कहा कि पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इस हॉल का नाम पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल के नाम पर रखने की घोषणा की थी। लेकिन मौजूदा वीसी ने इसे बदलकर वीर सावरकर के नाम पर कर दिया।
“हमें वीर सावरकर से कोई आपत्ति नहीं है,” दिग्विजय ने कहा, “लेकिन किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले बादल साहब के योगदान को दरकिनार करना सरासर अनुचित है।” उन्होंने सुझाव दिया कि वीर सावरकर के नाम पर विश्वविद्यालय के किसी अन्य भवन का नाम रखा जा सकता है।
पहलगाम हमले पर सांसद की टिप्पणी पर भड़के दिग्विजय
पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुईं 26 महिलाओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दिग्विजय चौटाला ने राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि भाजपा को जांगड़ा को तत्काल पार्टी और पद से बाहर करना चाहिए।
भारतमाला प्रोजेक्ट में मिली राहत
वहीं, एक राहत भरी खबर में दिग्विजय चौटाला के प्रयासों से गांव चौटाला के पास भारतमाला प्रोजेक्ट का बंद पड़ा हिस्सा आखिरकार यातायात के लिए खोल दिया गया है। लंबे समय से ग्रामीणों को जाम और दुर्घटनाओं की समस्या का सामना करना पड़ रहा था।
21 मई को दिग्विजय ने इस मुद्दे पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को पत्र लिखकर त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। अब जब वह हिस्सा चालू हो चुका है, तो ग्रामीणों ने उनका आभार जताते हुए कहा कि “यह सिर्फ एक सड़क नहीं, राहत की सांस है।”
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