हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के सभी सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में सोलर सिस्टम लगाए जाएं ताकि बिजली के खर्चे की बचत हो सके और साथ ही इससे पर्यावरण संतुलन में सहयोग मिलेगा। इसके अलावा, उन्होंने उच्चत्तर शिक्षा विभाग की एक मासिक पत्रिका प्रकाशित करने के भी निर्देश दिए जिसमें विभिन्न कॉलेज, यूनिवर्सिटी और उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों की विशेष अर्जित उपलब्धियों का विवरण हो।त्रिखा मंगलवार को पंचकूला के शिक्षा सदन में उच्चत्तर शिक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी।इस अवसर पर उच्चत्तर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, महानिदेशक राजीव रतन के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
शिक्षा मंत्री ने आज की बैठक में उच्चत्तर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से उनके सम्मुख आने वाली समस्याओं और सुझावों पर भी विस्तार से बातचीत की।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मन की बात” कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री अपने इस कार्यक्रम के माध्यम से 2 – 3 विषयों के बारे में बात करके उन क्षेत्रों में किसी व्यक्ति द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धि की सराहना करते हैं , ठीक इसी प्रकार उच्चत्तर शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित की जाने वाली प्रत्येक पत्रिका में भी अनुकरणीय उदाहरण दे सकते हैं। उन्होंने कॉलेजों और यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों के आधार पर ग्रेडिंग देकर पत्रिका में प्रकाशित करवाने की बात कही , इससे उनमे सुधार करके प्रतियोगिता की भावना पैदा होगी।
श्रीमती सीमा त्रिखा ने बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग के प्रति चिंता जाहिर करते हुए अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे कॉलेज, यूनिवर्सिटी में अध्ययन करने वाले युवाओं को जल संरक्षण के साथ-साथ पेड़-पौधे लगाने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि युवा अपने संस्थान के आस-पास के क्षेत्र में पौधारोपण के लिए रूपरेखा बनाएं और अपने द्वारा लगाए गए पौधा के साथ फ़ोटो खींचकर सोशल मीडिया पर अपलोड करें। उन्होंने इस बात के लिए ख़ुशी जताई कि एनएसएस यूनिट द्वारा पौधारोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ पौधों की किस्म ऐसी होती है जो जमीन से अधिक पानी सोखती है जबकि कुछ पौधे कम पानी में तैयार हो सकते हैं ,ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों से सलाह करके ही अपने -अपने क्षेत्र में युवाओं से पौधारोपण करवाएं।
उन्होंने अधिकारियों से आह्वान किया कि वे राज्य की उच्चत्तर शिक्षा को और अधिक बेहतर करने का प्रयास करें ताकि प्रदेश के युवा अच्छी शिक्षा हासिल करके अपने लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब हो सकें।