फरीदाबाद में 23 दिसंबर की रात ड्यूटी से घर लौट रही एक युवती के साथ तीन लोगों ने अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) की वारदात को अंजाम दिया। पीड़िता ने घटना की शिकायत थाना भूपानी में दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने निरीक्षक अनिल कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सेक्टर-30 के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने 48 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मुठभेड़ के दौरान तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
ड्यूटी के बाद घर लौट रही थी पीड़िता
जानकारी के अनुसार, 23 दिसंबर की रात युवती अपनी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रही थी। जब वह ऑटो से उतरी, तो पहले से घात लगाए खड़े तीन व्यक्तियों ने उसे अगवा कर लिया। आरोपियों ने पीड़िता को ट्रक में बिठाकर एक सुनसान जगह पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी घायल
पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपी चांदी वाला बाग, अमृता अस्पताल के पास छिपे हुए हैं। मौके पर पहुंचकर टीम ने एक आरोपी राकेश, निवासी नचौली, को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दूसरा आरोपी मुकेश, निवासी शेरगढ़ किढारी (अलीगढ़, उत्तर प्रदेश), पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा। पीछा करने के दौरान मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मारकर उसे काबू कर लिया। घटनास्थल से एक देसी कट्टा भी बरामद किया गया।
पुलिस ने तीसरे आरोपी राजकुमार, निवासी नचौली, को भी गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान पुलिस वारदात में इस्तेमाल किए गए ट्रक को बरामद करने की कार्रवाई करेगी।
पुलिस की तत्परता से दबोचे गए आरोपी
थाना भूपानी में दर्ज इस मामले में अपराध शाखा सेक्टर-30 की टीम ने निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में 48 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तत्परता ने इस गंभीर अपराध को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।