अंबाला: शंभू बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी रही, जब न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच के लिए तैयार हुआ। हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस और केमिकल स्प्रे का इस्तेमाल किया। प्रदर्शन के कारण अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं 9 दिसंबर तक के लिए बंद कर दी गई हैं।
दिल्ली कूच की तैयारी में जुटे किसान
किसान संगठनों के नेतृत्व में हजारों किसान शंभू बॉर्डर पर जुटे हैं। जत्थे का नेतृत्व सुरजीत सिंह फूल, सतनाम सिंह पन्नू, सविंदर सिंह चौटाला, बलजिंदर सिंह चडियाला, और मनजीत सिंह कर रहे हैं। हालांकि, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने दिल्ली कूच में भाग नहीं लेने का फैसला किया है और वे बॉर्डर पर ही डटे हुए हैं।
पुलिस और किसानों के बीच टकराव
पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाए हैं और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। जब किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और कंटीले तारों को हटाने से रोकने के लिए कार्रवाई की।
इंटरनेट सेवा पर रोक
हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहर्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांवों में “सार्वजनिक शांति भंग” की आशंका के कारण मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवा 9 दिसंबर तक बंद करने का आदेश दिया है।
प्रशासन का रुख और अपील
हरियाणा पुलिस ने किसानों से अपील की है कि वे दिल्ली कूच करने से पहले अनुमति प्राप्त करें। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर किसान संगठन लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। शंभू बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों के जुटान और पुलिस कार्रवाई ने इस आंदोलन को एक नया मोड़ दे दिया है।स्थिति पर नजर रखते हुए प्रशासन ने बॉर्डर क्षेत्र में सख्त सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी है। दिल्ली कूच की यह कोशिश आगे क्या मोड़ लेती है, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।