सीएम खट्टर ने कहा कि भारी बारिश के कारण 35 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मृतक के निकट परिजन को मुआवजे के रूप में चार लाख रुपये दिए जाएंगे।
खट्टर ने फसलों के शत-प्रतिशत बर्बाद होने पर प्रति एकड़ 15 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण 18 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी घटने पर इन क्षेत्रों में 31 जुलाई तक धान की रोपाई दोबारा की जाएगी।
पंजाब और हरियाणा के कई जिले पिछले सप्ताह भारी बारिश से प्रभावित हुए जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और बड़ी संख्या में रिहायशी इलाकों और कृषि क्षेत्रों में पानी भर गया। जिन जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है उनमें पंचकूला, अंबाला, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, सिरसा और यमुनानगर शामिल हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना की कई टीम को बुलाया गया है। खट्टर ने कहा कि 6629 लोगों को 41 राहत शिविरों में ले जाया गया। फिलहाल 1774 लोग अब भी शिविरो में रह रहे हैं, जबकि बाकी लोग अपने घर लौट चुके हैं।उन्होंने कहा कि राज्य में 3369 बिजली के खंभे और 1470 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हो गये।
Flood in Haryana, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में हाल में हुई बारिश से बर्बाद फसलों के लिए 15,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राज्य के 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।