हरियाणा के जींद जिले के जुलाना नगर पालिका चेयरमैन डॉ. संजय जांगड़ा (भाजपा) को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने एक ठेकेदार से बिल पास कराने के लिए 2.5% कमीशन की मांग की थी।
कैसे हुआ खुलासा
भिवानी के ठेकेदार ने ACB में शिकायत दर्ज कराई थी कि तालाब जीर्णोद्धार परियोजना के भुगतान के बदले चेयरमैन ने ₹2.27 लाख रिश्वत मांगी। जांच टीम ने शिकायत की पुष्टि के बाद नकली करंसी नोटों पर पाउडर लगाकर जाल बिछाया। ठेकेदार जब यह रकम जांगड़ा के अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट सतबीर को सौंप रहा था, तभी ACB ने रेड मार दी और सतबीर को रंगे हाथों पकड़ लिया। बाद में चेयरमैन जांगड़ा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
परियोजना और रिश्वत
जुलाना-हांसी रोड स्थित तालाब के सौंदर्यीकरण पर लगभग ₹4.5 करोड़ की लागत निर्धारित थी। कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण काम अधूरा है, लेकिन करीब 50% कार्य पहले ही पूरा हो चुका था। ठेकेदार का भुगतान इसी से जुड़ा हुआ था।
चेयरमैन का राजनीतिक सफर
-
मार्च 2024 में हुए चुनाव में डॉ. संजय जांगड़ा 671 वोटों से जीतकर चेयरमैन बने थे।
-
वह पिछले 35 सालों से जुलाना में अस्पताल चला रहे हैं और भाजपा के चिकित्सक प्रकोष्ठ से जुड़े रहे हैं।
-
चुनाव प्रचार के दौरान खुद मुख्यमंत्री नायब सैनी और 9 मंत्रियों ने उनके पक्ष में प्रचार किया था।
डॉ. जांगड़ा का जन्म 1960 में रोहतक की काठ मंडी में हुआ था। MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने 1984 में जुलाना में अपना अस्पताल शुरू किया और तभी से वहीं निवास कर रहे हैं।