गुरुग्राम के विकास की दिशा में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। शहर में मेट्रो विस्तार परियोजना का भूमि पूजन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री नायब सैनी ने किया। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह भी मौजूद रहे। इस परियोजना को गुरुग्राम की परिवहन व्यवस्था और आर्थिक प्रगति का नया अध्याय माना जा रहा है।
🚇 मेट्रो विस्तार का महत्व
मेट्रो नेटवर्क का विस्तार न केवल ट्रैफिक जाम को कम करेगा, बल्कि औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को भी गति देगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि यह परियोजना लाखों लोगों के लिए सफर आसान बनाएगी और गुरुग्राम को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का और भी सशक्त शहर बनाएगी।
🏗️ विकास की दिशा में बड़ा कदम
कार्यक्रम में उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि 2015 से पहले के गुरुग्राम और आज के गुरुग्राम में जमीन-आसमान का फर्क है। उन्होंने इसे “हिंदुस्तान और पाकिस्तान” जैसा अंतर बताते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने शहर के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। मेट्रो विस्तार इस दिशा में एक और बड़ी छलांग है।
भूमि पूजन के बाद आयोजित जनसभा में नेताओं ने इस परियोजना के सामाजिक और आर्थिक लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
📋 जनता की समस्याओं पर भी ध्यान
भूमि पूजन से पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सेक्टर-43 पावर ग्रिड में कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान 18 शिकायतों पर सुनवाई कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने जिला विकास एवं मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक भी ली और चल रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
🚀 स्टार्टअप्स और उद्योगों को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में उद्योग जगत और स्टार्टअप संस्थापकों से भी बातचीत की। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार जल्द ही एक विश्वस्तरीय इनक्यूबेटर – H-HUB स्थापित करेगी। इसमें आधुनिक संसाधन, उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग और नवाचार प्रयोगशालाएं उपलब्ध होंगी।
उन्होंने कहा कि सरकार हरियाणा को न सिर्फ स्टार्टअप्स का हब बल्कि सेमीकंडक्टर निर्माण का केंद्र भी बनाना चाहती है।
🏭 नई औद्योगिक नीति
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यह भी बताया कि हरियाणा सरकार नई औद्योगिक नीति पर काम कर रही है।
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इसमें निवेश आकर्षित करने,
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रोजगार सृजन करने,
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और गुरुग्राम सहित पूरे हरियाणा को ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर राजधानी बनाने पर जोर होगा।
सरकार इसके लिए एक विशेष नीति भी तैयार करेगी, जिससे हरियाणा का औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।