अलख हरियाणा डॉट कॉम , रोहतक, 26 सितंबर : अगले बजट सत्र तक हरियाणा विधानसभा पेपरलेस हो जाएगी। यह जानकारी हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने रोहतक के सिंचाई विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान साँझा की। ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि इस कार्य पर 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे। समझौता ज्ञापन के अनुसार 12 करोड़ रुपये की राशि राज्य सरकार द्वारा जारी की जा चुकी है जबकि केंद्र सरकार से जल्द ही 8 करोड़ रुपए की राशि मिल जाएगी।
पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विधानसभा को पेपरलेस बनाने के लिए बेहतर ढंग से तैयारी की जा रही है। संबंधित कंपनी से इस कार्य के लिए संविदा भी हो चुकी है। इस संदर्भ में एक कमेटी का गठन भी किया गया था। कमेटी हिमाचल प्रदेश की विधानसभा का दौरा कर चुकी है। हिमाचल विधानसभा की गैलरी में बैठकर वहां कार्यशैली को भी देखा गया है। स्टाफ को ट्रेनिंग देने के लिए वहां के कार्यालय का भी दौरा किया जा चुका है।
जो MLA IT का ज्ञान नहीं रखते हैं, उनको सहायक प्रदान किए जाएंगे और साथ में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा के पेपरलेस होने से करोड़ों रुपए की बचत होगी। ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि विधानसभा की कार्यप्रणाली पेपरलैस होने से न सिर्फ पूरा कामकाज तीव्र गति से हो सकेगा बल्कि उसमें पारदर्शिता भी आएगी।
इसके अलावा कार्यवाही के लिए उपयोग किए जा रहे कागज भारी मात्रा में बचेंगे। पर्यावरण के अनुकूल होने की दिशा में यह एक मिल का पत्थर साबित होगा। सूचना के दृष्टिकोण से भी यह बेहतर विधानसभा साबित होगे।
ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि 2025-26 में विधानसभा का परिसीमन होने वाला है। इसके उपरांत विधायकों की संख्या 90 से बढक़र 115 से 125 के बीच हो सकती है।
उस समय तक हरियाणा का नया विधानसभा भवन बनकर तैयार हो जाए, इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। मौजूदा समय में 90 से अधिक विधायकों के बैठने की क्षमता भवन में नहीं है। विधानसभा की विभिन्न कमेटियों का कार्यालय भी विधानसभा भवन में नहीं है जबकि अन्य प्रदेशों की विधानसभाओं में अलग से कमेटियों के कार्यालय की व्यवस्था है।