हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन गांवों में अभी तक चकबंदी नहीं हुई है, वहां के किसानों की फसल “मेरी फसल, मेरा ब्योरा” पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा था। ऐसे में इन गांवों के किसानों से फसल की खरीद अब ऑफलाइन माध्यम से की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह निर्णय खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की समीक्षा बैठक में लिया, जिसमें राज्य मंत्री राजेश नागर भी उपस्थित थे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत से बचाने का आश्वासन दिया और सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को भी साझा किया।
किसानों को मिलेंगी राहत, अब ऑफलाइन होगी फसल खरीद
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि जिन गांवों में चकबंदी का कार्य पूरा नहीं हुआ है, वहां के किसानों को “मेरी फसल, मेरा ब्योरा” पोर्टल पर अपनी फसल बेचने में परेशानी हो रही थी। किसानों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने अब इन गांवों में ऑफलाइन माध्यम से फसल खरीदने का निर्णय लिया है। इस फैसले से उन किसानों को राहत मिलेगी, जिन्हें पोर्टल के जरिए अपनी फसल बेचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था।
हर घर-हर गृहिणी योजना पर भी हुई चर्चा
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि हर घर-हर गृहिणी योजना के तहत 17.40 लाख महिलाओं ने पंजीकरण करवाया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उज्जवला स्कीम और बीपीएल परिवारों का डेटा घर-घर जाकर वेरिफाई किया जाए। इसके अलावा, उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए एलपीजी सिलेंडरों के लिए डिपो पर गैस कंपनियों द्वारा शिविर लगाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएल परिवारों को एलपीजी सिलेंडर 500 रुपये में ही मिलेगा।
मुख्यमंत्री का किसानों और महिलाओं के लिए निरंतर समर्थन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस बैठक में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार किसानों और महिलाओं की भलाई के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे अपनी योजनाओं को सही तरीके से लागू करने के लिए तत्पर रहें, ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।