बाढड़ा गांव में मांढी फार्म हाउस पर समाजसेवी कप्तान बलबीर सिंह ताखर की अध्यक्षता मे मंगलवार को भाईचारा बैठक आयोजित की गई। जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी व पूर्व विधायक नृपेन्द्र सिंह की मौजूदगी में सभी गांवों के हजारों लोगों ने भागीदारी कर भाजपा पार्टी संगठन के टिकट वितरण पर रोष प्रकट किया।
इस दौरान उन्होंने पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी द्वारा भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष पद व प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए उनका हर कदम पर तन मन धन से सहयोग करने का भरोसा दिया। जाट नेता विधानंद हंसावास ने कहा कि मांढी परिवार ने 1952 में जनसंघ से लेकर वर्ष 2024 तक भाजपा को सींचने का काम किया लेकिन भाजपा आज जनभावनाओं से खिलवाड़ कर वजूद वाले अनुभवी नेताओं को खत्म करना चाहती है लेकिन पार्टियां आती जाती रहती है लेकिन जनहित के क्षेत्र में रहने वाले नेताओं की पीढी दर पीढी वर्चस्व कायम रहता है।
पूर्व विधायक नृपेंद्र सिंह मांढी ने कहा कि इस क्षेत्र व उनके बीच राजनैतिक नहीं बल्कि पारिवारिक मेलजोल है और उनके परिवार ने छोटा बडा फैसला लिया है तो इस क्षेत्र की जनता के साथ बैठकर लिया है। वर्ष 2006 से भाजपा मे रहते हुए उन्होंने एक कमजोर हालात से उभारने का काम किया लेकिन किसान आंदोलन में उन्होंने एक मनमानी सरकार के खिलाफ सभी पदों से इस्तीफा देकर आमजन की लड़ाई लड़ी। आज भाजपा ने जो किया वह सबके सामने है और जनता जो भी फैसला लेगी हम उसको सहर्ष स्वीकार करेंगे।
पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने सभी कार्यकर्ताओं व मौजिज लोगो को मात्र एक बुलावे पर आने पर उनका आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने विधायक पद पर रहते हुए इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई कमी नहीं छोडी वहीं आपसी भाईचारे की रक्षा व परंपरा के लिए भी अपने पद को आड़े नहीं आने दिया। जाट आरक्षण, किसान आंदोलन वह सरकार या पार्टी के बजाय जनता के साथ रहे लेकिन भाजपा को यह गवारा नहीं है। यह टिकट का मसला नहीं हमारे परिवार ने सदैव बुरे वक्त में अन्य पार्टियों को मजबूत कर टिकट बांटने का काम किया है। पार्टी ने जानबूझकर गलत फैसला लिया है इसीलिए उन्होंने तथा समर्थकों ने तत्काल प्रभाव से पदों को छोडकर आम जनता के पास आ गए। आज क्षेत्र का भाईचारा जो फैसला लेगा हम उनके साथ हैं और उसकी पूरी पालना करेंगे। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने भाजपा के विशवासघात के खिलाफ मतदान करने का फैसला लिया।
पंचायत समिति अध्यक्ष आनंद सिंह, पूर्व चेयरमैन भल्ले राम बाढडा,,कन्नी प्रधान सुमेर भांडवा, बलबीर ताखर, पूर्व कर्मचारी नेता विद्यानंद, आनंद ठेकेदार, पूर्व सरपंच चित्रसेन, पूर्व सरपंच दलवीर, पूर्व सरपंच से आनंद सिंह, राजेंद्र साहब, ठेकेदार ईश्वर कादमा, जयवीर काकडौली, ओम प्रकाश हड़ोदी, प्रविन्द्र माण्ढी, मंगल गोपी , धर्मेन्द्र आदमपुर , नरेश ठेकेदार झोझू , डॉक्टर सुनिल कुब्जा , बिल्लू सरपंच झोझू , मुकेश द्वारका, मुन्नी , लक्ष्मीनारायण , प्रदीप रुदडौल, मा. विरेन्द्र साहू, दिनेश सरपंच, राजू बेरला, राम अवतार पिचौपा , वेद कारी , संजय माण्ढी, जितेन्द्र माण्ढी , रामबीर, धमेन्द्र बाढडा , मा. सोमबीर , आदि मौजूद रहे ।