सोनीपत || अलख हरियाणा || बाड़ ही जब खेत खाने लगे तो खेत कैसे बचेगा। पुलिस जिससे हर नागरिक को सुरक्षा का हौंसला मिलता है। उसकी खाखी पर खाखी वर्दी वाली महिला खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। मामला हरियाणा के सोनीपत का है। जहाँ पर एक महिला सब इंस्पेक्टर के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म करने के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता महिला सब इंस्पेक्टर एसपी सोनीपत को शिकायत देकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।
बकौल पीड़िता महिला सब इंस्पेक्टर उसने जब सतीश नाम के एएसआइ से विभाग से संबंधित काम सीखना शुरू किया तो उसने गलत हरकत की। ASI सतीश की उसको लेकर नियत ठीक नहीं थी। अकेला पाकर एक दिन उसका हाथ पकड़ लिया। उसको समझाने की कोशिश भी की लेकिन नहीं माना। अगले दिन कार में बैठकर उसके साथ बदसलूकी करने लगा, इस बात का विरोध किया तो जातिसूचक शब्द भी कहे। पीड़िता ने अपनी शिकायत में ये आरोप भी लगाया है कि 29 अगस्त को थाने के एक कमरे में पुलिसकर्मी सतीश ने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की थी। पीड़िता ने यह घटना अपने पीटीआई को बताई। इसके बाद दोनों सोनीपत के एसपी के पास शिकायत लेकर पहुँच गए।
सोनीपत के एसपी जेएस रंधावा के संज्ञान में मामला आया तो उनके आदेश पर पुलिस ने रेप का प्रयास , जान से मारने की धमकी और SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जाँच में जुट गई है। आरोपी सतीश को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल आरोपी पुलिसकर्मी पुलिस की गिरफ्त में है।
एसपी जेएस रंधावा ने सारे मामले की जांच DSP को सौंप दी है। पीड़ित महिला पुलिसकर्मी को जल्द से जल्द न्यान दिलाने का आश्वासन भी दिया है। सवाल ये पैदा होता है कि महिला जब खाखी वर्दी में भी हो तब भी उसको सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल पा रही है और हरियाणा पुलिस का सेवा, सुरक्षा, सहयोग का नारा महज नारा ही साबित हो रहा है।