हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमनाथ को पुरस्कार देने के फैसले की सराहना की। विश्वविद्यालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सोमनाथ ने निकट भविष्य में विश्वविद्यालय में एक समारोह में पुरस्कार ग्रहण करने की सहमति दी है।
कुलपति सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि एक वैज्ञानिक और फिर इसरो के अध्यक्ष के रूप में सोमनाथ ने अपने कार्यकाल के दौरान मानवता के लाभ के वास्ते अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने के लिए अथक प्रयास किया है।
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सचदेवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी हाल में संगठन के मुख्यालय में अपने भाषण में इसरो की सराहना की थी। सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक 2015 में गोयल शांति पुरस्कार पाने वाले पहले व्यक्ति थे। इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. कस्तूरीरंगन को 1998 में गोयल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
Kurukshetra University, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ को गोयल शांति पुरस्कार 2021-22 से सम्मानित करेगा। यह पुरस्कार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा। इस पुरस्कार की स्थापना अमेरिका स्थित एनआरआई और परोपकारी राम एस. गोयल द्वारा की गई थी।