alakh हरियाणा डेस्क: हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां किसानों का एक जत्था दिल्ली की ओर रवाना हो गया है। 101 किसानों का यह जत्था दिल्ली के लिए कूच कर चुका है, लेकिन उन्हें रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग की है। इससे पहले भी पुलिस दो बार किसानों को बॉर्डर से रोक चुकी है, और अब घग्गर नदी पर बने पुल पर किसानों को रोकने की कोशिश की गई। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच आधे घंटे तक जमकर बहसबाजी हुई।
किसान अपनी जाली उखाड़ने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इस संघर्ष में अब तक 15 किसान घायल हो चुके हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं, शंभू बॉर्डर पर आज कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया भी पहुंचे हैं, जिन्होंने स्थिति का जायजा लिया।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने किसानों पर केमिकल वाला पानी छोड़ा, और कहा कि अगर पानी ही बरसाना था, तो कम से कम साफ पानी बरसाते। किसान नेताओं का कहना था कि पुलिस ने सारी हदें पार कर दी हैं और गंदा पानी किसानों पर बरसाना शुरू कर दिया।
किसानों पर पुलिस का अत्याचार
हरियाणा पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। वहीं, अंबाला के डीसी और एसपी ने किसानों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि 18 दिसंबर तक मामले में एक बड़ा डेवलपमेंट होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगें सरकार तक पहुंचा दी गई हैं और हाई कोर्ट पर विश्वास रखें, जल्द ही एक हाई पावर कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी।
किसान पुलिस के समझाने के बावजूद पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पुलिस ने शेड के ऊपर वाटर कैनन तैनात कर दिया है, ताकि किसान शेड के ऊपर चढ़कर विरोध न कर सकें।
इंटरनेट प्रतिबंध
किसानों के दिल्ली कूच से पहले हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध 18 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। यह प्रतिबंध 17 दिसंबर रात 12 बजे तक लागू रहेगा।
खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन
वहीं, खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल लगातार 19वें दिन आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत को लेकर पूरा देश चिंतित है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।