कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कुरुक्षेत्र के स्योंसर में आयोजित 76वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में हिस्सा लिया और सरस्वती जंगल सफारी, सरस्वती आर्द्रभूमि जलाशय तथा सरस्वती पादप एवं जैव विविधता संरक्षण वाटिका का शिलान्यास किया। उन्होंने त्रिफला, नीम-गिलोय और जैव विविधता पर आधारित पुस्तिकाओं का विमोचन किया और पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। जलवायु परिवर्तन, अनियमित वर्षा और बढ़ते तापमान से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण आवश्यक है। इस साल 2 करोड़ 10 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे सामूहिक प्रयासों से पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं और उपलब्धियां
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अक्तूबर 2014 से अब तक 18 करोड़ पौधारोपण।
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“एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पहले चरण में 1.87 करोड़ पौधे लगाए गए।
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शहरी वानिकी को बढ़ावा, अवैध कटाई पर रोक और वन्यजीव संरक्षण के लिए कड़े कदम।
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प्राणवायु देवता पेंशन स्कीम के तहत 75 वर्ष से अधिक आयु वाले पेड़ों के रखरखाव के लिए 3,000 रुपये वार्षिक पेंशन।
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प्रदेश में हर्बल पार्क, ऑक्सीवन और मोरनी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का औषधीय वन का विकास।
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कलेसर में जीप सफारी और बच्चों के लिए स्टडी टूर की व्यवस्था।
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दक्षिण हरियाणा में हरित अरावली कार्य योजना का शुभारंभ।
मुख्यमंत्री ने कहा, “वन महोत्सव केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता और आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य का संकल्प है।” Haryana News, Nayab Saini, Jungle Safari, Kurukshetra News, Van Mahotsav, Environment, Plantation Drive, Saraswati Wetland