भिवानी, 15 मार्च। स्थास्थ्य विभाग में आउटर्सोसिंग के तहत कार्यरत, एडस, पोलिक्लिनिक, युएससी आयुषमान व अन्य आयामों के कर्मचारियों की लंबित व जायज मांगों को लेकर आउटर्सोसिंग स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष पवन बागनवाला की अध्यक्षता में सीएमओ को स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक पंचुकला का नाम ज्ञापन सौंपा। जिला अध्यक्ष पवन बागनवाला ने बताया कि उपरोक्त मांगों के प्रति पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउटर्सोसिंग, एडस, पोलिक्लिनिक, युएचसी, आयुषमान व अन्य परियोजनाओं में कार्यरत कर्मचारियों की जायज मांगों के प्रति प्रशासन व सरकार का उदासीन रवैया रहा है।
कोविड-19 जैसी वैश्वीक महामारी के चलते उपरोक्त कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए दिन-रात बिना अतिरिक्त वेतनमान के पुरे सेवाभाव व समर्पण से स्वास्थ्य में अपनी सेवाएं दी है। लंबित मांगों को लेकर संघ द्वारा कई बार वार्ता की गई है जिसमें बहुत सी मांगों पर सहमती जताई थी, परंतु धरातल पर अभी तक किसी मांग को पूरा नहीं किया गया। किसी भी पत्राचार का सही प्रतिउतर आपके कार्यकाल द्वारा भेजा गया है। जिससे कर्मचारी वर्ग में भारी रोष है ओर अभी तक 3 बैठक आपके कार्यलय द्वारा की गई है परंतु किसी भी बैठक के मिन्टस कार्यालय द्वारा नहीं भेजे गए। अधिकारियों की मंशा कर्मचारियों के प्रति सही नहीं है। इसलिए संघ उपरोक्त मांगों के प्रति पुन: अवगत कर रहा है।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हुए कहा कि जिला पानीपत में गलत मंशा व भ्रष्टाचार के चलते 10 आउटर्सोसिंग कर्मचारियों को नौकरी से हटाया गया ओर हरियाणा सरकार के आदेशों की अवहेलना भी की गई। नौकरी बहाली को लेकर कर्मचारियों का आंदोलन पिछले 109 दिनों से चल रहा है जिससे कर्मचारियों में काफी रोष है। सिविल सर्जन पानीपत व निश्चय इडिया कम्पनी पर कठोर से कठोर कार्यवाही करते हुए कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखा जाये। कोरोना वैश्विक महामारी के चलते जिला मेवात में आउटसोर्सिंग के तहत लगाये गये 65 लैत तकनिशियन का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है,
सभी लैब तकनिशियन का कार्यकाल बढ़ाते हुए उनको कौशल रोजगार निगम में समायोजित किया जाए, आउटसोर्सिंग में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड को होमगार्ड की ट्रैनिंग देकर स्वास्थ्य विभाग में निरंतर रखते हुए कौशल रोजगार निगम में समायोजित किया जाये, एडस कन्ट्रोल सोसाईटी के कर्मचारियों को 40 प्रतिशत स्टेट शेयर व एनएचएम युएचसी व पोलिक्लिनिक की तर्ज पर सेवा नियम बनाये जाये, नशा मुक्ति केन्द्र में कार्यरत 2210 हेड के कर्मचारियों को सेवा नियमों का लाभ दिया जाए, एमएमआईवाई में कार्यरत कर्मचारियों को सेवा नियमों का लाभ दिया जाये, 17 सितंबर 2021 को जिला जींद में हुए समझोते अनुसार हटाये गए पुराने 2 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को अभी तक नौकरी वापस नहीं लिया गया सभी हटाये गये पुराने कर्मचारियों को वापस नौकरी पर लिया जाए, स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत पोलिक्लिनिक स्टाफ को सेवा नियम का लाभ दिया गया परंतु पोलिक्लिनिक में कार्यरत एमपीएचडब्ल्यू मेल-फिमेल व कर्लक कम कम्प्यूटर एसिस्टेंट को वंचीत रखा गया है उक्त दोनों कैटेगरी को भी सेवा नियम का लाभ दिया जाए व पोलिक्लिनिक कर्मचारियों की सेवा नियम की गाईडलाईन जल्द जारी की जाए, स्वास्थ्य विभाग में एडस, पोलिक्लिनिक, युएचसी, एमएमआईआई, आयुषमान मित्र, आईपीएसएस के तहत कार्यरत सभी कर्मचारियों को हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही मेडिकल कैशलैश सुविधा में शामिल किया जाए, सभी अनुबंधित कर्मचारियों, एडसयूएचसी, पोलिक्लिनिक, एमएमआईवाई के कर्मचारियों का 7 वां पेय कमीशन का लाभ तुरंत प्रभाव से दिया जाए, आयुषमान भारत योजना के तहत लगे आयुषमित्रों को डीसी रेट दिया जाए,
आईपीएसएस के तहत स्वास्थ्य विभाग पंचकुला में कार्यरत कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा इसलिए सभी कर्मचारियों को प्रतिमाह 7 तारिख तक वेतन दिया जाए, जिला व राज्य स्तर पर कर्मचारियों की समस्या समाधान के लिए शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया था परंतु आज तक काई भी बैठक विभाग द्वारा नहीं बुलाई गई। इस अवसर भारतीय मजदूर संघ से मदनलाल कौशिक, कम्प्युटर एसोसिएशन जिला अध्यक्ष पवन कौशिक, भारतीय मजदूर संघ जिला अध्यक्ष प्रदीप मानहेरू, अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ दिनेश कुमार, बीएमएस कोषाध्यक्ष सुभाष गोयल, मिरान सीएचसी प्रधान विनय पाल सिंह, मिरान सीएचसी उपप्रधान कुलदीप सांगवान, बहल पीएचसी एसजी, ओमवीर सिंह, जालान नेत्र चिकित्सालय से संत कुमार, बवानीखेड़ा से प्रधान अजीत आदि उपस्थित रहे।