हरियाणा। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का खुलासा हो गया है। जनकतरी के अनुसार सिद्धू मूसेवाला की हत्या की तारीख और समय पहले से तय कर दी गयी थी। लेकिन अब लगभग 17 महीने बाद सिंगर की मौत का कारण का खुलासा हो गया है जिसके बाद हर कोई हैरान है। यह खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन थापन ने किया है। सचिन के मुताबिक कबड्डी कप की वजह से मूसेवाला की हत्या की गई थी। सचिन ने कहा कि 2021 में ही पता चल गया था कि मूसेवाला का कत्ल होगा।
जानकारी के अनुसार अजरबैजान से भारत लाने के बाद सचिन को मानसा पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी। सचिन थापन ने बताया कि वे अगस्त 2021 में लॉरेंस बिश्नोई के साथ राजस्थान की अजमेर जेल में बंद था। उस दौरान पंजाब में कबड्डी कप का आयोजन होना था। यह कबड्डी कप बंबीहा गैंग करवा रहा था। लॉरेंस ने मूसेवाला को फोन पर कहा था कि वे इस कप में न जाएं।लेकिन लॉरेंस के मना करने के बावजूद सिद्धू मूसेवाला वहां चला गया। बाद में लॉरेंस ने मूसेवाला को फोन पर पूछा कि वे उसके मना करने के बावजूद वहां क्यों गया? पुलिस सूत्रों के अनुसार सचिन थापन ने बताया कि लॉरेंस ने मूसेवाला को गालियां दीं, मूसेवाला ने भी लॉरेंस को उसी अंदाज में जवाब दिया।
लॉरेंस बिश्नोई ने इसकी शिकायत गोल्डी बराड़ को लगाई। तब गोल्डी बराड़ को मूसेवाला ने कहा था कि अपने बाप को कह दे, जो करना है कर लें, मैं अपनी मर्जी का मालिक हूं। जिसके बाद सिद्धू मुसेवाला को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी थी।सचिन बिश्नोई ने आगे एक अन्य हैरानीजनक खुलासा करते हुआ कहा कि हत्या करने के बाद यू.पी. के एक एम.एल.ए. ने उनकी मदद की थी। सचिन ने एम.एल.ए का नाम विकास बताया। उसने अपने फार्म हाउस में उन्हें पनाह दी थी। हत्या से पहले भी वह यहां रिहर्सल करते रहे थे। पुलिस अब उस एम.एल.ए. से भी पूछताछ कर सकती है क्योंकि उसका नाम भी ऑन रिकार्ड आ गया है।
फिलहाल सचिन थापन को बुधवार को मेडिकल करवाने के बाद पुलिस ने बठिंडा केंद्रीय जेल भेज दिया है। आरोपी सचिन को केंद्रीय जेल के हाई सुरक्षा जोन में रखा जाएगा। बठिंडा जेल में बने हाई सुरक्षा जोन में पचास से अधिक गैंगस्टरों को रखा गया है। जहां पर उक्त गैंगस्टर किसी भी तरह जेल से बाहर संपर्क नहीं कर सकते।
आपको बता दे कि सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में अंधाधुंध गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। बाद में हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस और गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी। पुलिस ने इस मामले में 30 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा किया था। मानसा के एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने बताया कि मामला अभी जांच का विषय हैं। कुछ कहना मुनासिब नहीं होगा।