चंडीगढ़। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का रिकॉग्निशन आफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल) प्रोग्राम अब प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में लागू होगा। आरपीएल के अंतर्गत इंडस्ट्री में काम कर रहे अनुभवी कर्मियों को नौकरी के साथ-साथ डिग्री कोर्स करवाए जाएंगे। हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को सभी अन्य यूनिवर्सिटी में आरपीएल लागू करने का जिम्मा सौंपा है। इस संबंध में उच्चतर शिक्षा विभाग ने नीति जारी कर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करने के निर्देश दिए हैं।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि इंडस्ट्री और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए आरपीएल समय की मांग है। हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों में आरपीएल शुरू करने के लिए हमने पूरा खाका तैयार कर लिया है। श्री राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय आरपीएल लागू करने के लिए हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों का खुली बाहों से स्वागत करेगा। कंसल्टेंसी सर्विस से लेकर आरपीएल का प्रारूप बनाने और उसे लागू करने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय एमओयू करने वाले सभी विश्वविद्यालयों की सहायता करेगा। आईटी इंटीग्रेशन, एफिलेशन और अन्य सभी तरह के काम में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दूसरी सभी यूनिवर्सिटी का सहयोग करेगा। इस अभियान द्वारा अकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) से जोड़ कर कुशल कर्मियों के करियर को बहुआयामी गतिशीलता प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि इसके जरिए स्किलिंग, री स्किलिंग, अप स्किलिंग और क्रॉस स्किलिंग में मदद मिलेगी। इससे इंडस्ट्री को फायदा होगा और उत्पादन क्षमता व गुणवत्ता दोनों में बढ़ोतरी होगी। इससे उद्योग और अर्थव्यवस्था दोनों को फायदा मिलेगा।
श्री राज नेहरू ने बताया कि इसके लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने अपनी पूरी एक टीम तैयार की है, जो सभी विश्वविद्यालयों में आरपीएल की नियमित गतिविधियों को संचालित करेगी। सभी विश्वविद्यालय आरपीएल प्रोग्राम को अपने संबद्ध कॉलेज या संस्थानों में भी लागू कर सकते हैं।
गौरतलब है कि देश की पहली स्किल यूनिवर्सिटी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने इंडस्ट्री में काम करने वाले अनुभवी कर्मियों को नौकरी के साथ साथ डिग्री कोर्स करवाने के लिए सबसे पहले आरपीएल की शुरुआत की है। इसके तहत अनुभवी कर्मियों को नौकरी के साथ-साथ पीजी और यूजी कोर्स करवाने का प्रावधान है। इस महत्वाकांक्षी पहल की उपयोगिता और सफलता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने अब आरपीएल को सभी उन विश्वविद्यालयों में लागू करने के निर्देश दिए हैं, जिनमें यूजी और पीजी वोकेशनल कोर्स चल रहे हैं। इसके लिए विभाग द्वारा पॉलिसी बनाई गई है। इस पॉलिसी में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सहयोग से अब सभी विश्वविद्यालय इंडस्ट्री में काम करने वाले अनुभवी कामगारों को वोकेशनल कोर्स में यूजी और पीजी की डिग्री करवाएंगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने बताया कि ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के आरपीएल प्रोग्राम को पसंद किया है।
बी. वोकेशनल और एम. वोकेशनल के लिए योग्यता
आरपीएल प्रोग्राम के तहत बी. वोकेशनल और एम. वोकेशनल डिग्री कोर्स करवाए जाएंगे। बी. वोकेशनल में दाखिला लेने के लिए किसी भी कर्मी का 12 वीं पास होना और 3 साल का फील्ड का अनुभव जरूरी होगा। इसी तरह से एम. वोकेशनल करने के लिए ग्रेजुएट या उसके समकक्ष कोर्स और 2 साल का फील्ड का अनुभव आवश्यक होगा।