पूंडरी (कैथल), देश की सरहद की हिफाजत करते हुए हरियाणा के कैथल जिले के जवान ने अपनी जान कुर्बान कर दी। जम्मू-कश्मीर में तैनात 20वीं बटालियन ग्रेनेडियर रेजिमेंट के 27 वर्षीय जवान गुरमीत सिंह दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। उनका आज उनके पैतृक गांव करोड़ा में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
गांव की गलियों में जब गुरमीत का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर पहुंचा तो हर आंख नम थी और हर दिल गर्व से भरा। ‘भारत माता की जय’ और ‘गुरमीत अमर रहें’ के नारों से पूरा गांव गूंज उठा।
किसान परिवार का बेटा, जिसने देश सेवा को चुना
गुरमीत का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। वर्ष 2017 में वह भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। परिवार में माता-पिता और बड़ा भाई कुलदीप हैं। अविवाहित गुरमीत देश सेवा को ही अपना सबसे बड़ा धर्म मानते थे।
“मेरा भाई अमर है”: भाई की आंखें नम, पर सीना गर्व से चौड़ा
शहीद के भाई कुलदीप ने कहा, “गुरमीत की शहादत पर हमें गर्व है। आज भले ही हमारा भाई हमारे बीच नहीं है, लेकिन वह देश के करोड़ों दिलों में जिंदा रहेगा। उन्होंने देश के युवाओं को भी राष्ट्रसेवा की राह दिखाई है।”
गांव में शोक और गर्व का माहौल
गांव के बुजुर्ग हों या बच्चे—हर कोई गुरमीत की बहादुरी को सलाम कर रहा है। स्कूलों में छुट्टी कर दी गई और पंचायत की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। स्थानीय लोगों ने सरकार से शहीद के परिवार को उचित सम्मान और सहायता देने की मांग की है। Martyr Soldier, Kaithal News, Haryana Updates, Indian Army, Military Funeral