देश की रक्षा करते हुए हरियाणा के चरखी दादरी जिले का एक और सपूत शहीद हो गया। समसपुर गांव निवासी मनोज कुमार (उम्र 34 वर्ष) पंजाब के कपूरथला में सेना में ड्यूटी पर तैनात थे, जहां ड्यूटी के दौरान गोली लगने से वह वीरगति को प्राप्त हो गए।
जैसे ही शहादत की खबर गांव पहुंची, समसपुर की गलियों में सन्नाटा छा गया। हर आंख नम हो गई। शहीद मनोज कुमार के घर पर सांत्वना देने वालों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। गांव का हर नागरिक गर्व और ग़म के मिले-जुले भाव में डूबा हुआ है।
2011 में सेना में हुए भर्ती
मनोज कुमार ने साल 2011 में भारतीय सेना जॉइन की थी। वर्तमान में वे कपूरथला में ग्रेनेडियर मैकेनिक के पद पर तैनात थे। देशसेवा के इस रास्ते में उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं और हमेशा फर्ज़ को प्राथमिकता दी। बताया जा रहा है कि ड्यूटी के दौरान अचानक गोली लगने से उनकी मौत हो गई। उनका पार्थिव शरीर फिलहाल कपूरथला आर्मी अस्पताल में रखा गया है।
छोटे-छोटे बच्चों का छिन गया सिर से साया
शहीद मनोज अपने पीछे पत्नी और छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। एक फाइल फोटो में वे अपने बच्चों के साथ मुस्कुराते हुए नजर आते हैं, जो अब एक याद बन चुकी है। परिवार के लोग पार्थिव शरीर को लेने के लिए पंजाब रवाना हो चुके हैं।
गांव में शोक, पर गर्व भी
समसपुर के लोग आज मन ही मन गर्व भी कर रहे हैं कि उनके गांव का बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। लेकिन दुख यह भी है कि एक परिवार उजड़ गया, एक मां का बेटा, एक पत्नी का जीवनसाथी और बच्चों का पिता अब लौटकर कभी नहीं आएगा। Shaheed Manoj Kumar, Charkhi Dadri, Indian Army, Martyr News, Kapurtala Incident