हरियाणा। हरियाणा में नूंह हिंसा मामले में विधायक मामन खान की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक पार्टियों में तीखे वार करने का सिलसिला शुरू हो गया है। सत्ता व विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाने में जुट गए हैं।जहां एक तरफ कांग्रेस ये कह रही है कि मामन खान की गिरफ्तारी पर राजनीती न करते हुए न्यायिक जांच की जानी चाहिए वहीं दूसरी तरफ इसके पलटवार में बीजेपी और जेजेपी कांग्रेस को घेरते हुए मामन खान की गिरफ्तारी को उचित ठहरा रही है। जेजेपी महासचिव ने भी निशाना साधते हुए कहा की मामले को लेकर पूरी जांच की जानी चाहिए।
मामन खान की गिरफ्तारी को लेकर संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जहां-जहां हिंसा हुई, वहां-वहां मामन खान की संलिप्तता पाई गई है। उन्होंने कहा कि मामन खान की तरफ से जो विधानसभा में बयान दिया गया था वो भी एक गैर जिम्मेदाराना बयान था। वहीं हरियाणा बीजेपी के मुखिया ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि मामन खान अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट गए थे लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिली। जिस तरह मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद बजरंग दल के कार्यकर्त्ताओं मे इस्तीफे दिए वो भी ठीक है क्योकि अगर हमारे दल का भी कोई नेता इसमें शामिल होता तो हम भी विरोध जताते तो मामन खान की गिरफ्तारी पर कांग्रेस भी विरोध जताएगी ही।
हरियाणा कांग्रेस के मुखिया उदयभान का भी इस मामले को लेकर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मामन खान की गिरफ्तारी विधानसभा में दिए गए बयान की वजह से की गई है तो वो गलत है लेकिन अगर मामन खान पर लगे आरोप सही पाए जाते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं। लेकिन राजनीतिक दुर्भावना के तहत कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। कांग्रेस से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा है कि सरकार ने अपनी विफलता छुपाने के लिए विधायक मामन खान को गिरफ्तार किया है।
वहीं जेजेपी महासचिव दिग्विजय चौटाला ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कांग्रेस को मामले की जांच से भागना नहीं चाहिए। जिस तरह से मामन खान ने हिंसा के दौरान विधानसभा में बयान दिया है उसको लेकर जांच की जानी चाहिए।