कैथल | हरियाणा के कैथल जिले के कलायत में तैनात तहसीलदार दिनेश ढिल्लो को गंभीर अनियमितताओं के चलते सरकार ने निलंबित कर दिया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी दस्तावेजों में मनमर्जी से बदलाव कर एक महिला की जमीन के मामले में अपने रिश्तेदारों के पक्ष में रिपोर्ट तैयार की।
क्या है पूरा मामला?
गांव चौशाला की एक महिला की जमीन से जुड़ा एक मामला तहसील कार्यालय पहुंचा था। नियमानुसार कानूनगो और पटवारी ने इसकी रिपोर्ट तैयार की और नायब तहसीलदार ने उस पर हस्ताक्षर किए। लेकिन जांच में यह सामने आया कि तहसीलदार दिनेश ढिल्लो ने पेन से कटिंग कर रिपोर्ट में बदलाव किए, नायब तहसीलदार के सिग्नेचर तक काट दिए और रिपोर्ट अपने रिश्तेदारों के पक्ष में भेज दी।
डीसी रिपोर्ट के बाद तुरंत कार्रवाई
कैथल के उपायुक्त (DC) ने इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंपी। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से अनियमितताओं की पुष्टि हुई, जिसके आधार पर सरकार ने तुरंत दिनेश ढिल्लो को निलंबित कर दिया।
अब कहां तैनाती और आगे क्या होगा?
निलंबन के बाद तहसीलदार दिनेश ढिल्लो को सिरसा के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में अटैच किया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है और जांच पूरी होने तक उन्हें आधे वेतन के बराबर भत्ता ही मिलेगा।
सरकार का संदेश: ‘भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं’
यह कार्रवाई प्रदेश सरकार की उस नीति को दर्शाती है जिसमें प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही को प्राथमिकता दी जा रही है। खासतौर पर राजस्व विभाग जैसे संवेदनशील क्षेत्र में किसी भी तरह की लापरवाही को सख्ती से लिया जा रहा है।
प्रतिक्रिया और आगे की राह
यह मामला सिर्फ एक अफसर की गलती नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र के लिए एक चेतावनी है कि यदि आम जनता के हक से खिलवाड़ किया गया, तो नतीजे गंभीर होंगे। अब निगाहें इस पर रहेंगी कि विभागीय जांच में और क्या खुलासे होते हैं और क्या कानूनी कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ाए जाते हैं।
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