जाट शिक्षण संस्था में चुनाव को लेकर इंतज़ार खत्म हो गया है। आखिरकार आठ वर्ष बाद संस्था में चुनाव का बिगुल बजने जा रहा है। संस्था के 105 कालेजियम सदस्यों के लिए चार फरवरी 2024 को चुनाव होगा। चुनाव की घोषणा होते ही समाज के लोगों में संस्था की चौधर को लेकर राजनीति गरमा गई है। अतिरिक्त उपायुक्त महेश कुमार को सरकार ने चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। चुनाव के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची 22 दिसंबर तक संस्था की वेबसाइट पर डाल दी जाएगी। दावे-आपत्तियों के बाद सप्लीमेंटरी मतदाता सूची 14 जनवरी को प्रकाशित की जाएगी। इसके लिए संस्था प्रशासक टीएल सत्यप्रकाश ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। चुनाव की मंजूरी ने संस्था के थमे हुए विकास रथ के आगे बढ़ने की आस भी जगाने का काम किया है।
संस्था की वेबसाइट पर ड्राफ्ट मतदाता सूची
जाट शिक्षण संस्था के प्रशासक टीएल सत्यप्रकाश के ओएसडी डा. नवनीत अहलावत ने बताया कि चुनावों की घोषणा से पूर्व संस्था के आजीवन सदस्यों के पहचान पत्र बनाए गए। उनकी त्रुटियां दूर करने के साथ मतदाता सूची को लेकर भी आपत्तियां आमंत्रित की गई। इसके बाद आपत्तियों का निपटारा किया गया। इस चुनाव से संबंधित अनुसूची जाट शिक्षण संस्था की अब वेबसाइट www.jesrohtak.org पर डाल दी गई है। संस्था की वेबसाइट पर ड्राफ्ट मतदाता सूची 22 दिसंबर तक उपलब्ध करवा दी जाएगी। यह चुनाव हरियाणा सोसायटी पंजीकरण और विनियमन अधिनियम और नियम, 2012 तथा जाट शिक्षण संस्था के उपनियमों के अनुरूप होंगे।
विद्यार्थियों, शिक्षकों व कर्मचारियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
जाट संस्था का पिछले आठ साल से अटका चुनावी पेंच सुलझने से समाज में उत्साह का माहौल है। चुनाव होने से न केवल संस्था को नई कार्यकारिणी मिलेगी, बल्कि नए विकासात्मक कार्य भी संभव होंगे। इससे संस्था आगे बढ़ेगी और यहां के हजारों विद्यार्थियों, शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। चुनाव के लिए हरियाणा सरकार ने एडीसी रोहतक को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। चुनाव से संबंधित सार्वजनिक सूचना 20 दिसंबर को प्रकाशित होगी। संस्था की वेबसाइट पर ड्राफ्ट मतदाता सूची 22 दिसंबर तक उपलब्ध करा दी जाएगी। यह चुनाव हरियाणा सोसाइटी पंजीकरण और विनियमन अधिनियम और नियम 2012 व जाट शिक्षण संस्था के उपनियमों के अनुरूप कराने के आदेश प्रशासक की ओर से जारी किए गए हैं।
आठ हजार से अधिक फोटो युक्त पहचान पत्र बनाए गए
डा. नवनीत अहलावत ने बताया कि जाट संस्था में कार्यरत कर्मियों और सामाजिक व्यक्तियों के सहयोग से आजीवन सदस्यों के 8000 से अधिक पहचान पत्र पारदर्शी और नियमानुसार बनाए गए हैं। पहचान पत्र बांटने की प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी की गई। पहले चरण में आजीवन सदस्यों ने संस्था में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर पहचान पत्र प्राप्त किए। द्वितीय चरण में दूर दराज के क्षेत्रों के आजीवन सदस्यों के पहचान पत्र स्पीड पोस्ट व रजिस्टर्ड पोस्ट से भेजे गए। तीसरे चरण में बचे हुए पहचान पत्रों को संस्था में कार्यरत नियमित कर्मियों की ड्यूटी तय कर उन तक पहुंचाना सुनिश्चित किया गया। यह पहचान पत्र मतदान के लिए अनिवार्य है।
2015 में भंग हो गई थी जाट संस्था की कार्यकारिणी
जाट संस्था की अंतिम कार्यकारिणी वर्ष 2015 तक रही। इस वर्ष संस्था सदस्यों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरकार से शिकायतें कीं। इसके चलते सरकार ने कार्यकारिणी को भंग कर दिया। इसके बाद नई कार्यकारिणी के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। चुनावी शेड्यूल के अनुसार नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई। इसी दौरान फोटो पहचान पत्र को लेकर मुद्दा उठा। विवाद इतना बढ़ा कि चुनावी प्रक्रिया रोकनी पड़ी। कुछ सदस्यों ने न्याय की गुहार लगाते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद से मामला अटका हुआ है। हालांकि किसी भी संस्था में नियमानुसार अधिकतम पांच वर्ष का प्रशासक कार्यकाल पूरा हो सकता है। इसके बाद बावजूद संस्था की जिम्मेदारी अब भी प्रशासक के हाथों में है।
यह है जाट संस्था का इतिहास
जाट शिक्षण संस्था की स्थापना वर्ष 1913 में हुई थी। स्थापना के बाद कई दशक तक सर्वसम्मति से संस्था का प्रधान चुना जाता रहा। कुछ दिनों तक अस्थायी प्रधान भी रहे। इसके बाद सितंबर 1913 में चौधरी देवी सिंह को सर्वसम्मति से प्रधान बनाया गया। संस्था में वोटों से होने वाला पहला चुनाव वर्ष 1990 में हुआ। वर्ष 2015 के बाद से चुनाव नहीं हुए।
संस्था के 15500 सदस्य चुनेंगे 105 कॉलेजियम सदस्य
जाट संस्था में लगभग 15500 सदस्य हैं। यही सदस्य नई कार्यकारिणी का चयन करेंगे। इसके लिए नए फर्म एंड सोसाइटी एक्ट के तहत 105 कॉलेजियम सदस्य चुने जाएंगे। ये 105 सदस्य गवर्निंग बॉडी का चुनाव करेंगे। इसमें प्रधान समेत अन्य पदाधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य शामिल हैं।
ये रहेगा चुनाव का शेड्यूल
ड्राफ्ट वोटर लिस्ट – 22 दिसंबर 2023 को जारी की जाएगी
दावे-आपत्तियां – 23 दिसंबर 2023 से 6 जनवरी 2024 तक
मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन -13 जनवरी
मतदाता सूची का प्रकाशन -14 जनवरी
नामांकन दाखिल – 19 जनवरी 25 जनवरी 2024 तक
नामांकन पत्रों की जांच – 26 जनवरी
नामांकन पत्रों की वापसी – 27 जनवरी
प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह – 27 जनवरी
मतदान – 4 फरवरी 2024 को सुबह 8 से शाम तीन बजे तक
मतगणना – 4 फरवरी 2024 को शाम तीन बजे के बाद
मतदान और परिणाम – 4 फरवरी