दीपेन्द्र हुड्डा ने रिकार्ड बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा सांसद और भाजपा सरकार के पास आज अपनी उपलब्धियां बताने के लिये कुछ भी नहीं है। प्रदेश में न तो कोई नया निवेश आया, न ही कोई नयी परियोजना आयी, न ही कोई नयी फैक्ट्री या उद्योग ही लग पाया। इसके उलट, आज पूरे प्रदेश के युवा पिछले 45 साल की सबसे बड़ी बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं। भाजपा सरकार की दिशाहीन नीतियों का बुरा परिणाम अब रिकार्ड बेरोजगारी के तौर पर सामने आ गई है। लोगों को काम देने वाली फैक्ट्रियां एक के बाद एक बंद रही हैं। भाजपा राज में नयी नौकरी मिलना तो दूर, लगी लगाई नौकरी ही जा रही है। रुपये की कीमत लगातार गिरती जा रही है। व्यापार ठप्प पड़ रहा है, बाजार में निराशा का माहौल है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जो मंदी की मार न झेल रहा हो। हरियाणा में HSSC और HPSC द्वारा भर्तियों के नाम पर सिर्फ घोटाले हो रहे हैं। अब तक 30 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। हरियाणा के युवाओं के हक की नौकरी दूसरे प्रदेश के लोगों को दी गई। बेरोजगारी के चलते युवा मायूसी और मायूसी के चलते नशे व अपराध की गिरफ्त में फंसता जा रहा है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि करीब 19 वर्षों के कार्यकाल में लोगों ने उनका काम भी देखा और उनका आचरण भी देखा है। उन्होंने बताया कि बाढ़सा एम्स – 2 और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के कारण झज्जर जिला पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं के नक्शे ऊपर आया लेकिन, बीजेपी सरकार ने हमारे द्वारा मंजूरशुदा राष्ट्रीय महत्व के कुल 10 संस्थानों को आगे बनने नहीं दिया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि अगर हमारी सरकार होती तो बाढ़सा एम्स परिसर के मंजूरशुदा 10 संस्थान भी बनकर तैयार हो चुके होते और एम्स-2, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान समेत 600 बेड का नेशनल कार्डियोवैस्कुलर सेंटर, 500 बेड का जनरल पर्पस हॉस्पिटल, 500 बेड का नेशनल ट्रांस्प्लांटेशन सेंटर, 500 बेड का नेशनल सेंटर फॉर चाइल्ड हेल्थ, 500 बेड का डाइजेस्टिव डिजीज सेंटर, 200 बेड का नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर जिरियाटिक्स, कॉम्प्रिहेंसिव रिहेबिलिटेशन सेंटर, 120 बेड का सेंटर फार ब्लड डिसार्डर, सेंटर फॉर लेबोरेटरी मेडिसिन, नेशनल सेंटर फॉर नर्सिंग एजुकेशन एंड रिसर्च जैसे संस्थानों के कारण झज्जर जिला पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं के नक्शे पर चमक रहा होता। पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकार ने यहां एक नयी ईंट भी नहीं लगवाई, इनके न बनने से इलाके में भारी रोष है। दीपेंद्र हुड्डा ने भरोसा दिलाया कि जनता ने मौका दिया तो वो बाढ़सा के बाकी बचे 10 मंजूरशुदा अस्पतालों की आखिरी ईंट तक लगवाकर काम पूरा करायेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा ने आज बादली हलके के गांव खखाना, छबीली, पटासनी, उटलोधा, जाहिदपुर, नोरंगपुर, कुतानी, नंगला, दादरी तोए, सौंधी, निमाणा, पेलपा, एमपी माजरा, खेड़ी जट्ट, पाहसौर, लाडपुर, बामडोला, कुकडोला, मुनीमपुर, कलोई, सुहरा, जहांगीरपुर, खुंगाई, बोडिया, बाजितपुर, कोट, सिकन्दरपुर आदि इलाकों में धुंआधार चुनाव प्रचार कर कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की। इस दौरान विधायक कुलदीप वत्स मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल में बादली, झज्जर, बहादुरगढ़, महम, कोसली, रोहतक, कलानौर, सांपला समेत 17 शहरों में बाईपास बनवाये और छुछकवास, मातन, सुबाना और बेरी का बाईपास एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से मंजूर करा दिया था। लेकिन 10 साल में 4 मंजूरशुदा बाईपास भी नहीं बनवा पायी बीजेपी सरकार। प्रदेश में कमजोर सरकार के चलते इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रेल कोच फैक्ट्री जैसी बड़ी परियोजनाएं हरियाणा से दूसरे प्रदेशों में चली गई। आज हरियाणा में रिकार्ड बेरोजगारी, महंगाई, नशाखोरी, अपराध और भ्रष्टाचार से लोग त्रस्त हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में BJP-JJP दोनों ने मिलकर घोटाले किये और ठीक चुनाव के पहले अब अलग होकर एक दूसरे के भ्रष्टाचार की जांच कराने की बात कह रहे हैं। पूरे प्रदेश में इस सरकार के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी है। इस नाराजगी को देखकर ही चुनाव से पहले बीजेपी ने मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, सारे मंत्री और तो और गठबंधन भी बदल दिया। लेकिन अब बीजेपी कितने ही चेहरे बदल ले, चुनाव के बाद लोग इस सरकार को बदल देंगे।