CUET UG Exam, इस वर्ष कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) यूजी तीन अलग अलग पालियों में आयोजित किया जा रहा है। यूजीसी के मुताबिक देशभर में परीक्षा केंद्रों की पहचान की जा रही है।
परीक्षा केंद्रों में कंप्यूटर, बैंडविड्थ और तकनीकी कर्मियों सहित उपलब्ध बुनियादी ढांचे को जांचा जा रहा है, ताकि इस वर्ष सीयूईटी की परीक्षा के दौरान तकनीकी खामियां न आए।
वहीं यूजीसी ने यह भी स्पष्ट किया है कि फिलहाल इस वर्ष या अगले वर्ष जेईई और नीट जैसी महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं का विलय नहीं किया जा रहा है। इन परीक्षाओं के विलय से कम से कम दो साल पहले इस योजना की घोषणा की जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओं के विलय को लेकर विभिन्न संभावनाएं तलाशी जा रही है और इस दिशा में काम शुरू हुआ है।
यूजीसी ने भी यह स्वीकार किया है कि बीते वर्ष परीक्षा के दौरान कई गड़बड़ियां हुई थीं। हालांकि इसके साथ ही यूजीसी का कहना है कि इस साल सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। छात्रों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए पूरी योजना तैयार की गई है।
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योजना के तहत अतिरिक्त कंप्यूटर और अतिरिक्त केंद्रों की व्यवस्था की गई है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि किसी तकनीकी खराबी की स्थिति में उम्मीदवारों को वहां स्थानांतरित किया जा सके। इसका एक फायदा यह होगा कि किसी विशेष पाली की परीक्षा रद्द नहीं करनी पड़ेगी।
आपको बता दें कि देशभर के ऐसे कई विश्वविद्यालय हैं जिन्होंने ‘कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट’ (सीयूईटी) प्रक्रिया के लिए अभी तक रजिस्टर नहीं किया है। बावजूद इसके ये विश्वविद्यालय भी सीयूईटी स्कोर का इस्तेमाल कर सकेंगे।
इसका सीधा अर्थ यह है कि सीयूईटी के लिए एनटीए के साथ पंजीकृत न होने के बावजूद विश्वविद्यालय चाहें तो सीयूईटी परीक्षा के बाद अंडर ग्रेजुएट एडमिशन के लिए वह सीयूईटी स्कोर का उपयोग कर सकते हैं।