Haryana, हरियाणा के रेवाड़ी में सिर पर सेहरा बांधे और हाथ में शिकायत पत्र लेकर एक बुजुर्ग डीसी ऑफिस पहुंचा था. बुजुर्ग की शिकायत थी कि काफी समय से उसका परिवार पहचान पत्र नहीं बन पा रहा है.
जैसे ही मामला अधिकारियों के कान में पहुंचा रेवाड़ी के डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने इसकी जांच कराई. अब इस मामले में कई खुलासे किए गये हैं.
जांच में सामने आया है कि सतबीर सिंह अपनी पेंशन या कोई अन्य लाभ सरकार से लेने के लिए जद्दोजहद नहीं कर रहा. जांच में ये भी सामने आया कि सतबीर मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए इस तरह के काम करता रहता है.
इस मामले की जांच क्रीड के नोडल अधिकारी व एडीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने की. जांच में सामने आया कि सतबीर सिंह उर्फ सतबीर शर्मा ने आज तक परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए विभाग से कभी सम्पर्क ही नहीं किया.
Haryana, बिजनेसमैन पर फायरिंग, एक करोड़ की मांगी गई फिरौती
सतबीर ने ना तो किसी सीएससी सेंटर से परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए कोई आवेदन किया. जिसके आधार पर क्रीड उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई कर पाए.
एडीसी पाटिल ने बताया कि सतबीर सिंह उर्फ सतबीर शर्मा के परिवार में 2 बेटे हैं. बड़ा बेटा गुरदयाल सीआरपीएफ में नौकरी करता है और वर्तमान में हैदराबाद में रहता है. जबकि छोटा बेटा विनोद नजफगढ़ में झुरझुरी गांव में रहकर लकड़ी के फर्नीचर का काम करता है।