भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की मंशा खाप पंचायतों की एकता को तोड़ने की है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विश्व में संघर्ष होंगे, राजनीतिक दल खत्म हो जाएंगे और सिर्फ खाप पंचायतें और गांव बचेंगे।
उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों और गांवों को ही लड़ाई लड़नी पड़ेगी। इसके लिए उन्होंने किसानों से उनके अधिकारों के लिए संगठित होकर लड़ने का आह्वान किया।
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पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेता ने आरोप लगाया, “ सरकार की मंशा है कि खाप पंचायतों को तोड़ा जाए, सरकार ऐसा एजेंडा ला रही है कि खाप पंचायतें एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करें और सरकारी खाप पंचायतें रहें। इसलिए हम सभी को एकजुटता से कार्य करना है।
टिकैत ने कहा, “किसान को संगठित होकर अपने हकों की लड़ाई लड़नी होगी क्योंकि जब दिल्ली में किसान आंदोलन चल रहा था, तभी पूरे देश का किसान संगठित था और संगठन की ताकत के आगे सरकार को झुकना पड़ा और (कृषि संबंधी) तीनों काले कानून वापस लेने पड़े।”