चंडीगढ़। हरियाणा के आम आदमी पार्टी उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके साथ धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरअसल, जूनियर कोच से यौन शोषण के मामले में मंत्री संदीप सिंह की गिरफ्तारी को लेकर अनुराग ढांडा सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे थे, जबकि पुलिस द्वारा उनको अनुमति नहीं दी गई थी। साथ ही उन्होंने उन्होंने संदीप सिंह को बचाने को लेकर मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाए। पुलिस ने उन्हें जबरन धरना स्थल से समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया है। अब पुलिस उन्हें सेक्टर-17 थाने में लेकर गई है।
दरअसल अनुराग ढांडा जुनियर महिला कोच से यौन उत्पीड़न मामले में संदीप सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। उन्होंने इस संबंध में बीते दिन हरियाणा के डीजीपी को पत्र भी लिखा था।जिसके तहत वह परेड ग्राउंड के पास सुबह 9 से शाम 6 बजे तक सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे थे। ढांडा ने तात्कालीन खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की मांग, उनकी गिरफ्तारी और पद से बर्खास्त करने की मांग की थी।अपनी इन्ही मांगो को लेकर अनुराग ढांडा ने चंडीगढ़ 17 सेक्टर में बिना अनुमति के अपने कार्यकर्ताओँ के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए। पुलिस ने बिना अनुमति के कारण धरने पर बैठे सभी कर्यकर्ताओ और अनुराग ढांडा की गिरफ्तार करके धरने को समाप्त किया।
अनुराग ढांडा का कहना है कि जूनियर महिला कोच यौन शोषण मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपी मंत्री को गिरफ्तार नहीं किया है, जबकि उनके खिलाफ कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है। उन्होंने मांग की कि चंडीगढ़ पुलिस को संदीप सिंह के खिलाफ रेप के प्रयास की धारा भी जोड़नी चाहिए। चंडीगढ़ पुलिस जानबूझकर मंत्री संदीप सिंह को बचाने में लगी हुई है।
ढांडा ने संदीप सिंह को गिरफ्तारी से बचाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मंत्री संदीप सिंह को सीएम को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए। महिला सुरक्षा के मामले में हरियाणा पूरे देश में सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है। इसके बाद भी सीएम महिला सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। चार्जशीट के बाद भी संदीप सिंह को मंत्री बना कर रखना भाजपा सरकार की बेशर्मी है।
मामला ये है की संदीप सिंह के खिलाफ 31 दिसंबर 2022 को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 थाने में महिला का पीछा करने, अवैध रूप से बंधक बनाने, यौन उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर धराओं में केस दर्ज किया गया था। पुलिस को संदीप सिंह के खिलाफ तीन महीने में चार्जशीट फाइल करनी थी, लेकिन आठ महीने बीतने के बाद भी चार्जशीट दाखिल नहीं हुई। ऐसे में ढांडा उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। अनुराग ढांडा का कहना है कि जूनियर महिला कोच यौन शोषण मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपी मंत्री को गिरफ्तार नहीं किया है, जबकि उनके खिलाफ कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है। उन्होंने मांग की कि चंडीगढ़ पुलिस को संदीप सिंह के खिलाफ रेप के प्रयास की धारा भी जोड़नी चाहिए। चंडीगढ़ पुलिस जानबूझकर मंत्री संदीप सिंह को बचाने में लगी हुई है।