पंचकुला के सुंदरपुर गाँव में आसमान फ़ाउंडेशन ने विश्व मिट्टी दिवस पर जागरूकता कैम्प लगाया ।इसमें शिक्षाविद तथा समाज सेविका प्रियंका पूनिया ने बताया कि आज के दिन को हम हम विश्व मिट्टी दिवस के रूप में मनाते हैं । इस साल इस दिवस की थीम है मिट्टी और पानी : जीवन का एक स्रोत ।इस दिन को मनाने मुख्य मकसद लोगों को स्वस्थ मिट्टी के महत्व के बारे में जागरूक करना है।उन्होंने महिलाओं को समझाया कि किस तरह है अधिक रासायनिक पदार्थक तथा प्लास्टिक का मिट्टी के अंदर जाना आने वाली पीढ़ियों के लिए मिट्टी को प्रदूषित कर रहा है । उन्होंने महिलाओं से दरख्वास्त की कि अपने आस पास प्लास्टिक के को वो मिट्टी में जमा न होने दें ।इसके साथ ही उन्होंने यह जानकारी ली के गाँव की सारी निकासी जो है वो मिट्टी को ख़राब तो नहीं कर रही है ।
गाँव की सरपंच प्रीति ने बताया कि गाँव में STP की ज़रूरत है क्योंकि गाँव में निकासी के बाद से गंदा पानी खेतों में जा रहा है। श्रीमती पुनिया ने महिलाओं को शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी । उन्होंने बताया कि किस तरह हमारा मानसिक स्वास्थ्य हमारी शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ होता है और हमें अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए उन्होंने महिलाओं को ये भी शिक्षा दें कि उन्हें अपनी स्वास्थ्य संबंधित छोटी मोटी जो दिक्कते हैं उन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए बल्कि डॉक्टर को दिखाना चाहिए ।
इस अवसर पर श्रीमती पुनिया ने महिलाओं से बात की कि अगर वो को छोटा सा लघु उद्योग के रूप में किस कार्य को करना पसंद करेंगी ।गाँव की सभी महिलाओं ने फूलकारी तथा चुंदड़ी बनाने , ब्यूटी पार्लर तथा केयर टेकर के काम में रुचि दिखायी। श्रीमती पुनिया ने बताया कि आसमान फाउंडेशन की कोशिश है कि गाँव की हर महिला आत्मनिर्भर तथा सशक्त बने ।इसके लिए ज़रूरी है कि गाँव में छोटे छोटे लघु उद्योग खोले जाएं ।उन्होंने कहा कि आसमान फ़ाउंडेशन महिलाओं को आत्मनिर्भर तथा सशक्त बनाने के लिए उन्हें छोटा मोटा रोज़गार से शुरुआत करने के लिए ट्रेनिंग देता।इस अवसर पर उद्योगपति मुकेश गोयल तथा फाउंडेशन के फाउंडर मुनीश पुंडीर भी उपस्तिथ रहे ।