हरियाणा।हरियाणा में अभी आशा वर्कर्स की हड़ताल समाप्त नहीं हुई थी की ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में तीन दिन तक न सफाई होगी और न ही कूड़ा उठाया जाएगा। प्रदेश के 11 हजार सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। प्रदेश में हजारों की संख्या में आशा वर्कर्स पहले से ही हड़ताल पर चल रही हैं। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के साथ अब तक चार दौर की बातचीत हो चुकी है। मंत्री ने हर बार समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन आज तक भी ग्रामीण सफाई कर्मियों की मांगों और समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ
जानकारी के अनुसार तीन दिवसीय हड़ताल को लेकर ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा के राज्य प्रधान देवीराम और महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि मांगों को लेकर विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के साथ पिछले साल 20 अगस्त, नौ सितंबर और 26 दिसंबर तथा इस साल 28 जून को चार दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन आज तक मांगों और समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ।
पिछली 17 अप्रैल से फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय में मंजूरी के लिए पड़ी है। इससे साफ है कि प्रदेश सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं करना चाहती। इसी वजह से उनके 10 अक्टूबर से तीन दिन की हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
कर्मचारियों की मांगें मुख्यतौर पर ये है कि उनको 26 हजार रुपये मासिक वेतन मिले,दो हजार की बजाय 400 की आबादी पर एक सफाई कर्मचारी हो,वेतन को महंगाई के साथ जोड़ा जाए,पॉलिसी बनाकर पक्का किया जाए,सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के पे-रोल पर लिया जाए,डोर टू डोर के कर्मचारियों को ग्रामीण सफाई कर्मियों के बराबर वेतन व वर्दी भत्ता दिया जाए,औजारों का 500 रुपये मासिक भत्ता तय किया जाए, 500 रुपये मासिक वर्दी धुलाई भत्ता मिले,एक्सग्रेसिया नीति के तहत परिवार के सदस्य को काम पर रखा जाए,4 अप्रैल 2021 के बाद जिन कर्मियों की मृत्यु हो चुकी, उन सभी के परिवारों को मुआवजा दिया जाए,दीपावली पर बोनस और कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा भत्ता मिले,100 गज के प्लाट और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए और बेगार से बचाने के लिए सफाई कर्मियों में से पढ़े लिखे लोगों को सुपरवाइजर लगाया जाए इत्यादि मांगों को लेकर कर्मचारियों ने हड़ताल की है।