सपा और कांग्रेस के बीच कलेश की खबर सामने आ रही है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस से सवाल किया कि वह बताए कि सपा के साथ गठबंधन करेगी या नहीं। अखिलेश यादव ने कहा कि, समाजवादी पार्टी को कांग्रेस धोखे में न रखे क्योंकि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लड़ने वाली पहली पार्टी सपा है और कांग्रेस को जब जरूरत होगी तब सपा ही उसके काम आएगी।
अखिलेश ने कहा कि मैं एक बात पूछता हूं कि अगर आपको गठबंधन नहीं करना था तो हमें बुलाया ही क्यों था। इसका जवाब तो कोई दें। हमें बता देते कि प्रदेश स्तर पर हमें कोई गठबंधन नहीं करना हैं, भारत स्तर पर जो चुनाव होगा, बस उसमें गठबंधन होगा।
अखिलेश का यह बयान ऐसे समय आया है जब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाने को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गतिरोध उत्पन्न होने की खबरें आ रही हैं। हरदोई में ‘लोक जागरण’ अभियान यात्रा के तहत कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में अखिलेश यादव पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हमें बता देते कि प्रदेश स्तर पर हमें कोई गठबंधन नहीं करना है। राष्ट्रीय स्तर पर जो चुनाव होगा उसमें ही गठबंधन होगा।
उन्होंने कहा, आपने बुलाया, आपने बातचीत की। आप (कांग्रेस) हमसे सीधा कह दें कि समाजवादियों की हमें कोई जरूरत नहीं, हम आपसे वादा करते हैं कि हम एक बार भी गठबंधन की बात नहीं करेंगे। मुझे कांग्रेस के लोग बोल दें कि हमें समाजवादी पार्टी से गठबंधन नहीं करना हैं। वे हमारे खिलाफ साजिश तो न करें, हमें धोखा तो न दें। अगर उन्हें गठबंधन करना है तो करें, नहीं करना है तो हमें साफ बता दें, ताकि हम अपनी तैयारी करें और भाजपा को हरा सकें।
सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उन्हें कभी ऐसा लगे कि समाजवादियों की जरूरत होगी तो वे हमें बुला सकते हैं। हमारे राम मनोहर लोहिया और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) कह चुके हैं कि जब कांग्रेस सबसे ज्यादा कमजोर होगी और उसे जब जरूरत होगी तो वह आपको बुलाएगी, आप मना मत करना, कांग्रेस का साथ दे देना। इसलिए हम अपनी पुरानी परंपरा में चले जाएंगे। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं देने से नाराज सपा प्रमुख ने पिछले दिन संकेत दिया था कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी से वैसा ही बर्ताव मिल सकता है।
सपा प्रमुख की नाराजगी के बाद कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि सपा उनकी पार्टी को दोष नहीं दे सकती क्योंकि उसने कांग्रेस से पहले अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी और अलग से चुनाव लड़कर भाजपा को मजबूती दे रही है।