हरियाणा। हरियाणा में बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसमें हरियाणा बीजेपी के पूर्व प्रमुख सुभाष बराला को हरियाणा से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया। हरियाणा की पांच राज्यसभा सीटों में से एक मौजूदा बीजेपी सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीपी वत्स का छह साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 2 अप्रैल को खाली हो जाएगी। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) वत्स 3 अप्रैल, 2018 को उच्च सदन के लिए चुने गए थे।
राज्यसभा चुनाव के गणितीय सूत्र के अनुसार, हरियाणा से एक राज्यसभा सीट के लिए एक उम्मीदवार को चुनाव जीतने के लिए 46 वोटों की आवश्यकता होगी। सत्तारूढ़ बीजेपी के पास 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 41 विधायक हैं और उसे छह निर्दलीय, एक हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक और 2019 के चुनाव के बाद सहयोगी, दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
बीजेपी के पास हैं पर्याप्त विधायक
बीजेपी और उसके सहयोगियों के पास जो संख्या है, वह यह सुनिश्चित करेगी कि यदि मतदान होता है तो पार्टी का उम्मीदवार भारी जीत हासिल करेगा। इस प्रकार, यह संभावना है कि बीजेपी उम्मीदवार उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 20 फरवरी को उच्च सदन की सीट के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे।
विधानसभा चुनाव हार के बाद भी बने चेयरमैन
2019 में हुए विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी सुभाष बराला को सीएम मनोहर लाल ने हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो चेयरमैन बना दिया था। इससे पहले सुभाष बराला हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। माना जाता है कि सुभाष बराला सीएम मनोहर लाल के काफी करीब हैं। इसी वजह से उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा खुद सुभाष बराला के लिए चर्चा की थी।