आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने शुक्रवार को बयान जारी कर खट्टर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंन कहा कि भाजपा के राज में हरियाणा में बेटियां लगातार असुरक्षित हैं। भाजपा सरकार कहती है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, लेकिन प्रदेश की जनता अपनी बेटियों को कैसे बचाए। जहां बेटियों को पढ़ने भेजते हैं, वहीं बेटियों की लाज के लिए खतरा पैदा हो गया है। पहले जींद की एक घटना सामने आई, जहां स्कूल में 60 बच्चियां पीड़ित हैं। बच्चियां शिकायत कर रही हैं कि उनके प्रिंसिपल ने उनके साथ छेड़छाड़ की गलत हरकतें की, लेकिन अभी तक उस प्रिंसिपल को गिरफ्तार नहीं किया गया। बहुत दबाव के बाद बड़ी मुश्किल से एक एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि एक घटना हिसार से भी सामने आ रही है। वहां भी एक स्कूल की छात्राएं शिकायत कर रही हैं कि उनके खिलाफ भी उनके टीचर ने इसी तरीके की हरकत की है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर ये सवाल पूरे हरियाणा के माता-पिता के जहन में है कि जब उनकी बेटियां पढ़ने के लिए जाती हैं तो कितनी सुरक्षित हैं। पूरे प्रदेश को पता है कि हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म, हत्याएं, छेड़छाड़ और चेन सनेचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में महिलाओं पर अपराध बढ़ने का एकमात्र कारण भाजपा सरकार का महिला विरोधी चरित्र है। यदि सीएम खट्टर महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोपी संदीप सिंह को अपने मंत्रीमंडल में मंत्री बनाकर रखेंगे और महिला कोच के साथ छेड़छाड़ मामले में पूलिस को सबूत मिलने के बावजूद सीएम खट्टर कहतें हैं कि मंत्री संदीप सिंह को पद से नहीं हटाउंगा। इससे नीचे तक ये संदेश जाता है कि यदि सीएम खट्टर मंत्री संदीप सिंह को बचा सकते हैं तो हम भी अपने दोस्त या रिश्तेदार को ऐसे अपराधों में बचा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि अफसर, विधायक, पुलिस वाले और मंत्री अपने दोस्तों को बचाएंगे तो फिर किसी को सजा कैसे मिलेगी? इससे अपराधियों के हौसले और मजबूत होते जा रहे हैं। ऐसे मामलों पर प्रशासन का कंट्रोल दिन प्रतिदिन खराब होता जा रहा है। पूरे हरियाणा में बेटियों के मान सम्मान पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है और भाजपा की महिला विरोधी चरित्र की वजह से पूरे हरियाणा की बेटियां अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं