फरीदाबाद में बड़खल तहसीलदार नेहा सरन और उनके साथियों पर औद्योगिक प्लॉट की फर्जी नीलामी का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने नेहा सरन, नव भारत पेंट्स के मालिक दीपक मनचंदा, राकेश दीवान और पुलकित दीवान के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। आरोप है कि इन सभी ने मिलीभगत कर करोड़ों के प्लॉट को गलत तरीके से नीलाम कर दिया।
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Toggleक्या है पूरा मामला?
फरीदाबाद NIT के औद्योगिक प्लॉट नंबर 38-A पर मेसर्स यूनिक स्प्रिंग (इंडिया) का मालिकाना हक था, जिसे पहले फ्रेंड्स ऑटो इंडिया लिमिटेड ने किराए पर लिया था। बाद में यह प्लॉट मेसर्स मेहर ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड को किराए पर दिया गया।
इस बीच, फ्रेंड्स ऑटो इंडिया और नव भारत पेंट्स के बीच लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। जब वसूली प्रक्रिया शुरू हुई, तो फ्रेंड्स ऑटो इंडिया ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने उन्हें सक्षम अदालत में जाने की अनुमति दे दी थी।
डीसी के आदेश को किया नजरअंदाज
फरीदाबाद के डिप्टी कमिश्नर (DC) ने 29 जुलाई 2024 को तहसीलदार नेहा सरन को पत्र जारी कर हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। बावजूद इसके, नेहा सरन ने 2 अगस्त 2024 को प्लॉट की नीलामी करवा दी।
फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल
जांच में सामने आया है कि नीलामी के लिए जारी नोटिस टाइप किया गया था, लेकिन तारीख हाथ से लिखी गई थी। जब पीड़ित पक्ष ने तहसीलदार और कलेक्टर से संपर्क किया, तो कोई सुनवाई नहीं हुई।
मामला खुलने पर FIR दर्ज
मेसर्स यूनिक स्प्रिंग (इंडिया) के मालिक ने भी तहसीलदार को पत्र भेजकर अपनी संपत्ति की नीलामी को अवैध बताया। जब बात नहीं सुनी गई, तो उन्होंने सिविल कोर्ट में मामला दर्ज करवाया। सुनवाई के दौरान खुलासा हुआ कि नीलामी प्लॉट नंबर 38-A की बजाय प्लॉट नंबर 38 की कर दी गई थी, लेकिन दस्तावेज 38-A के जारी किए गए थे।
पुलिस जांच में जुटी
शिकायत के आधार पर पुलिस ने नेहा सरन, दीपक मनचंदा, राकेश दीवान और पुलकित दीवान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।