चंडीगढ़, 29 जनवरी – हरियाणा सरकार ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पानी संबंधित बयान पर सख्त रुख अपनाते हुए उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सोनीपत की अदालत में केस दर्ज कर दिया है। यह जानकारी हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने चंडीगढ़ स्थित सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
केजरीवाल का बयान “गैरजिम्मेदाराना” और “भ्रामक”
मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का बयान भ्रामक, बेतुका और गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने चुनाव आयोग से भी इस पर कड़ा संज्ञान लेने की मांग की।
“हरियाणा पर इस प्रकार के आधारहीन आरोप लगाकर केजरीवाल ने घटिया राजनीति की है। हम इस पर कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं,” – श्री विपुल गोयल
हरियाणा सरकार की प्रतिक्रिया
- हरियाणा से सप्लाई होने वाला पानी – मंत्री ने कहा कि जो पानी दिल्ली को सप्लाई किया जा रहा है, वही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और केंद्रीय मंत्री भी पीते हैं।
- डर और भ्रम फैलाने का आरोप – उन्होंने केजरीवाल पर दिल्ली और हरियाणा की जनता में अनावश्यक भय फैलाने का आरोप लगाया।
- यमुना सफाई पर दिल्ली सरकार विफल – उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार यमुना को स्वच्छ बनाने में पूरी तरह असफल रही है और अपनी विफलता छुपाने के लिए हरियाणा सरकार पर झूठे आरोप लगा रही है।
दिल्ली सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के 37 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में से केवल 17 चालू हैं, जिससे दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल, और मेवात के लोग भी प्रभावित हो रहे हैं।
“बिना सबूत झूठे दावे कर रहे हैं केजरीवाल”
विपुल गोयल ने कहा कि केजरीवाल ने यह दावा किया कि उन्होंने कथित जहरीले पानी को दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया, लेकिन इसके समर्थन में उनके पास कोई सबूत नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक प्रोपेगेंडा है और हरियाणा सरकार कानूनी प्रक्रिया के तहत इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई कर रही है।#हरियाणा #दिल्ली #केजरीवाल #आपदा_प्रबंधन #यमुना #हरियाणा_सरकार