चंडीगढ़, 15 दिसंबर – सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने भाजपा सरकार पर कांग्रेस समर्थक सरपंचों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सत्ता के अहंकार में कांग्रेस का समर्थन करने वाले सरपंचों को नतीजा भुगतने की धमकी दे रहे हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने इसे प्रजातंत्र के खिलाफ बताते हुए कहा कि राजनीतिक बदले की भावना से काम करना सही नहीं है।
सांसद ने सरकार पर ग्रामीण हितों की अनदेखी और सरपंचों के साथ दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने याद दिलाया कि सरपंचों द्वारा विकास कार्यों की मांग करने पर उन पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। “सरपंच आज भी उन लाठियों की चोट नहीं भूले हैं, और समय आने पर इसका माकूल जवाब देंगे,” उन्होंने कहा।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार में सरपंचों और पंचों की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई है। “चुने हुए सरपंचों को छोटी सरकार कहा जाता है, लेकिन जब वे अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ पहुंचे तो उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। भाजपा सरकार ने हर वर्ग का अपमान किया है, लेकिन जनता की आवाज को लाठियों के जोर से दबाया नहीं जा सकता।”
उन्होंने पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उस समय बिना किसी भेदभाव के पंचायतों को करोड़ों की ग्रांट दी जाती थी, जिससे गांवों में व्यापक विकास कार्य हुए। वहीं, भाजपा सरकार की विकास के प्रति नीयत पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल बड़ी-बड़ी बातें करती है, जबकि जमीनी हकीकत इससे अलग है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने ग्रामीण जनता और सरपंचों से अपील की कि वे इस भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं।
Government is discriminating against Congress supporting sarpanches: Deependra Hooda