हरियाणा। हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही संसद में शुरू हो चुकी है। सदन कि कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू हो गई है और शाम 6 बजे तक चलेगी। सदन में सबसे पहले शोक प्रस्ताव रखा गया है। जानकरी के अनुसार आज संसद में विभिन्न मुद्दों पर हंगामा होने के आसार है जिनमें से एक जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों से जुड़ा मुद्दा भी होगा। सीएम मनोहर लाल, स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला विधानसभा पहुंच गए हैं। बता दें कि मंगलवार 19 दिसंबर को हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र 2023 का आखिरी दिन है।
आपको बता दें कि सदन के पहले दिन प्रदेश में महिला सुरक्षा, जींद के स्कूल में छात्राओं के साथ यौन शोषण, हरियाणा में अवैध कॉलोनियों और रेवाड़ी में एम्स सहित कई मुद्दों पर गहमा-गहमी का माहौल रहा। सत्र के पहले दिन जो विधेयक सदन में रखे गए थे आज उस पर चर्चा होगी। सुबह 11 बजे से प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
इन मुद्दों पर सदन में हंगामे के आसार!
शीतकालीन सत्र में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने खास तैयारियां की हैं। माना जा रहा है कि जहरीली शराब कांड, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे समेत तमाम विषयों पर आज सदन में हंगामे के आसार हैं। हालांकि सरकार भी विपक्ष का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
प्रश्नकाल के दौरान जो सवाल पूछे जाएंगे उनमें से कुछ ये हैं –
-सोनीपत से विधायक सुरेंद्र पंवार कच्चे अध्यापकों को पक्का करने का मुद्दा उठाएंगे।
– वे सरकार से पूछेंगे कि, क्या राज्य में राजकीय विद्यालयों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स की सेवाएं नियमित करने का कोई प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन है यदि हां तो गेस्ट टीचर्स की सेवाएं कब तक नियमित किए जाने की संभावना है।
-घरौंडा से विधायक हरविंदर कल्याण सरकार से पूछेंगे कि साल 2023 के दौरान यमुना नदी में बाढ़ के कारण करनाल जिले का यमुना बेल्ट क्षेत्र गंभीर रूप से प्रभावित हुआ था और बाढ़ का पानी खेतों और गांवों में घुस गया था। भविष्य में इस प्रकार की बाढ़ की स्थिति की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा क्या कार्रवाई की गई या किए जाने की तैयारी है
-बादशाहपुर से विधायक राकेश दौलताबाद एजुकेशनल मोबाइल एप्स का मुद्दा उठाएंगे। वे सरकार से पूछेंगे कि क्या फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के लैब प्रैक्टिकल के वीडियो वन स्कूल स्टूडेंट टीचर ऐप पर उपलब्ध है। क्या सरकार द्वारा वन स्कूल ऐप के समकक्ष शिक्षा ऐप जैसे बायजूस, वेदान्तु, टॉपर, मेरिटनेशन, अनफोल्ड यू के बीच कोई तुलनात्मक अध्ययन किया गया है और कक्षा 9 से 12 के सभी विषयों के अध्यायों की संख्या कितनी है जिनकी विषय-वस्तु सरकारी एप्लीकेशन पर उपलब्ध है?
– कोसली से विधायक लक्ष्मण यादव सरकार से पूछेंगे कि एन.टी.पी.सी. पावर प्लांट, झाड़ली के जल रिसाव, जिसके कारण कोसली विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के किसानों की फसलें खराब हो गई हैं, उसे रोकने या जांचने का कोई प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन है, तथा सरकार द्वारा कितनी भूमि अधिग्रहण की गई है और अधिग्रहण कब की गई?
-ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला उठाएंगे महिला खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के साथ यौन उत्पीड़न के मामलों का मुद्दा। वे सरकार से पूछेंगे कि साल 2019 से आज तक महिला खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के सामने आए सरकार द्वारा पंजीकृत किए गए मामलों की संख्या कितनी है और उन अधिकारियों के नाम क्या हैं जिनके विरुद्ध सरकार द्वारा उक्त मामलों पर कानूनी कार्रवाई की गई है। इस संबंध में की गई कार्रवाई का ब्यौरा क्या है?
-गोहाना से विधायक जगबीर सिंह मलिक सरकारी स्कूलों में दाखिलों की संख्या का मुद्दा उठाएंगे। वे सरकार से पूछेंगे कि क्या राज्य में पिछले वर्ष से राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के दाखिले कम हुए हैं। यदि हां, तो उसके कारण क्या हैं और वर्ष 2020-2021, 2021-2022 और 2022-2023 के लिए कक्षा 1 से 12 तक दाखिलों का कक्षा-वार ब्यौरा क्या है और अन्य राज्यों के राजकीय विद्यालयों की तुलना में राज्य के राजकीय विद्यालयों की स्थिति क्या है?
-महम से विधायक बलराज कुंडू सदन में रोजगार का मुद्दा उठाएंगे। वे सरकार से पूछेंगे कि राज्य में आने वाले 6 महीनों में ग्रुप-डी, क्लास-॥, क्लास-॥ और क्लास-। श्रेणियों में सरकार द्वारा क्रमशः कितने रोजगार उपलब्ध कराए जाने की संभावना है और उसका ब्यौरा क्या है? साथ ही सरकार द्वारा ऐसी सभी पदों के विज्ञापन, परीक्षा, साक्षात्कार और नियुक्ति तक की अनुसूची जारी किए जाने की क्या संभावना है?
वहीं, दूसरी तरफ संसद सुरक्षा चूक मामले के चलते हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने सत्र के पहले दिन विधायकों को निर्देश देते हुए कहा कि विधायक अब सदन में पास के लिए किसी भी ऐसे व्यक्ति जिसके बारे में विशेष जानकारी नहीं है, उनके पास के लिए सिफारिश ना करें। उन्होंने कहा कि विधायकों के सुरक्षाकर्मी एवं निजी स्टाफ भी अब विधानसभा परिसर से बाहर रहेंगे। पूरी जांच के बाद ही विधानसभा में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी को जांच में छूट देने के लिए भी विधायक हस्तक्षेप ना करें।