हरियाणा के पानीपत में पति-पत्नी के बीच हुए तलाक का फैसला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल इस तलाक का फैसला 1 करोड़ 11 हजार में हुआ है।
इसमें 70 लाख रुपये 6 साल की बेटी के नाम एफडी के तौर पर मिलेंगे और 30 लाख 11 हजार रुपये पत्नी को खर्चे के लिए मिलेंगे। लोगों का मानना है कि ये पानीपत जिले का सबसे महंगा तलाक है।
महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता के कार्यालय के मुताबिक पानीपत का यह है अब तक का सबसे महंगा तलाक है. इससे पहले कहीं तलाक के समझौते हुए पर एक करोड़ रुपए में आपसी समझौता नहीं हुआ.
जानकारी अनुसार पानीपत की रहने वाली युवती का विवाह 7 साल पहले रोहतक के एक बिजनेसमैन के साथ हुआ था। दोनों की 6 साल की एक बेटी भी है। पत्नी ने पति पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए तलाक की मांग की थी।
रजनी गुप्ता ने बताया कि लड़की ने आरोप लगाया था कि उनकी एक 6 साल की बेटी है, दूसरी बार गर्भ से होने पर गर्भ की जांच कराई गई थी, जिसमें बेटी मिलने पर उसका गर्भपात कराया गया। लड़की की ओर से पुलिस में केसे भी दर्ज है। वहीं, बिजनेसमैन लड़के ने सभी आरोपो को ना करते हुए कहा कि वह खुद अपने मायके जाकर गर्भपात करवा कर आई थी।