हरियाणा के कैथल जिले के रहने वाले और वर्तमान में अतिरिक्त महाअधिवक्ता हिम्मत सिंह को सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया है। हालांकि, लोकसभा चुनावों के चलते लागू आदर्श आचार संहिता के दौरान अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के लिए सरकार ने भारत निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही आधिकारिक रूप से उनकी नियुक्ति की जाएगी।
सरकार के इस कदम से ये कहा जा सकता है कि हिम्मत सिंह के हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्षत बनने के रूप में रोड जाति को सरकार में एक बड़ा प्रतिनिधित्व मिला है, जिसके कहीं न कहीं हरियाणा की राजनीति में एक अलग मायने होंगे। करनाल व कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां रोड जाति का अच्छा खासा प्रभाव है और अब सरकार में रोड जांति का प्रतिनिधित्व होने से कहीं न कहीं माहौल सरकार के पक्ष में जाता नजर आने वाला है। ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में करनाल व कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में चुनावी समीकरण बदलते हुए नजर आएंगे।
हिम्मत सिंह गांव खेड़ी मटरवा, जिला कैथल के रहने वाले हैं। इन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र से बीएएलएलबी और एलएलएम किया है। उन्होंने वकील के तौर पर 16 साल प्रैक्टिस की है और वर्तमान में अतिरिक्त महाअधिवक्ता, हरियाणा के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं।
इसके अलावा, हिम्मत सिंह ई-कस्टडी सर्टिफिकेट पहल, डिजिटल इंडिया अभियान का विकास और कार्यान्वयन का भी हिस्सा रहे और हरियाणा में अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (सीसीटीएनएस) डेटा एकीकरण परियोजना के समन्वयक के रूप में भी कार्य किया है।