हरियाणा सरकार ने राज्य में कार्यरत ग्रुप-डी (चतुर्थ श्रेणी) कर्मचारियों को प्रमोशन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार ने मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के माध्यम से 21 विभागों से विस्तृत जानकारी मांगी है, जिससे योग्य कर्मचारियों को ग्रुप-सी पदों पर पदोन्नत किया जा सके।
लंबे समय से लंबित थी कर्मचारियों की मांग
ग्रुप-डी कर्मचारी लंबे समय से पदोन्नति की मांग कर रहे थे। अब सरकार के इस निर्णय से हजारों कर्मचारियों को लाभ मिलने की संभावना है। मुख्य सचिव ने विभागीय सचिवों और प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि वे योग्य कर्मियों के प्रमोशन केस तैयार कर भेजें।
किन विभागों के कर्मचारी होंगे लाभान्वित?
प्रमोशन प्रक्रिया में जिन विभागों को शामिल किया गया है, उनमें शामिल हैं:
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कृषि, सहकारिता, खाद्य एवं आपूर्ति, बिजली, सीआईडी, स्वास्थ्य शिक्षा, विज्ञान व तकनीकी, सूचना प्रौद्योगिकी, ग्रीवेंस, परिवहन, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स व कम्युनिकेशन, कला व संस्कृति, विदेश सहयोग, और राजभवन सहित 21 प्रमुख विभाग।
प्रोफार्मा में क्या जानकारी देनी होगी?
सरकार ने विभागों को एक निर्धारित प्रोफार्मा भेजा है, जिसमें कर्मचारियों की जानकारी जैसे:
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सेवा अवधि
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वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR)
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वेतनमान
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पदनाम
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विभाग प्रमुख की टिप्पणी
यह सभी विवरण अनिवार्य रूप से भरकर सरकार को सौंपने होंगे।
HSSC को भेजी जाएगी प्रमोशन डिमांड
पदोन्नति और खाली पदों की जानकारी के बाद हरियाणा सरकार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) को डिमांड भेजेगी। साथ ही, ग्रुप-सी पदों के लिए CET (कॉमन पात्रता परीक्षा) की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है, जिसमें 13.48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए हैं।
गुरुद्वारा आयोग और अन्य पदों के लिए भी निकली डिमांड
हरियाणा सिख गुरुद्वारा न्यायिक आयोग ने भी 13 पदों के लिए डिमांड भेजी है जिनमें रीडर, निजी सचिव, स्टेनो, क्लर्क, चपरासी, डाटा एंट्री ऑपरेटर और ड्राइवर जैसे पद शामिल हैं। इसके अलावा ऑल इंडिया सर्विस और सेंट्रल सर्विस के अधिकारियों को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग में प्रतिनियुक्ति का अवसर भी मिलेगा।